नयी दिल्ली। केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज यात्रा से जुड़ी नई पॉलिसी का एलान किया है। इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, अब हज जाने के लिए भरा जाने वाले फॉर्म निशुल्क उपलब्ध होगा और नई पॉलिसी में हर यात्री के पैकेज में करीब 50 हज़ार रुपये की कमी आएगी। एक हज यात्री आमतौर पर तीन से साढ़े तीन लाख रुपये का भुगतान करता है। ये रकम यात्री किस राज्य से है, इस पर भी निर्भर करती है।
नई हज पॉलिसी के आने से पहले फॉर्म 300 रुपये का होता था। हालांकि फॉर्म भरना इस बात की गारंटी नहीं है कि हज यात्रा यात्रा के लिए आपका चुनाव हो ही जाएगा। अब ये फॉर्म निशुल्क उपलब्ध होंगे और फॉर्म के पैसे उन्हीं लोगों से लिए जाएंगे, जिन्हें हज यात्रा में भेजने के लिए चुना जाएगा।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ याकून शेख ने कहा, ”हज यात्रा के खर्चे में 50 हज़ार रुपये की कटौती मुख्य तौर पर करेंसी को लेकर बदले नियमों की वजह से संभव हो पाई है। पहले हज यात्रा पर जाने से पहले यात्रियों को 2100 रियाल के बराबर रकम यानी लगभग 44 हजार रुपये जमा करने होते थे। ये रकम हज कमेटी के पास जमा की जाती थी। अब ये तरीका बदल दिया गया है। अब यात्रियों को जो भी रकम जरूरी लगे, वो रकम यात्री ख़ुद साथ लेकर जाया करें।”