कोलकाता, Kolkata Desk : भवानीपुर के विधायक पद से शोभनदेव चटर्जी ने इस्तीफा दे दिया। जिससे कि ममता बनर्जी अपने पुराने छेत्र भवानीपुर से चुनाव लड़ कर निर्विघ्न रूप से विधायक बन सके।शोभननदेव चट्टोपाध्याय ने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा। पार्थ चटर्जी भी उनके साथ थे। शोभनदेव ने कहा कि बंगाल की जनता ममता को चाहती है। इसलिए मैंने भवानीपुर सीट छोड़ दी। इस्तीफे के बारे में मैंने पार्टी के अंदर बात की थी।
तृणमूल के सूत्रों के मुताबिक पार्टी शोभनदेव चटर्जी को राज्यसभा भेजेगी या फिर उन्हें खरदा विधानसभा केंद्र से उपचुनाव में उतारा जा सकता है। क्योंकि खरदा से पार्टी के विजयी उम्मीदवार काजल सिन्हा की रिजल्ट घोषणा के पहले ही कोरोना से मृत्यु हो गई थी।
ममता बनर्जी 2011 से ही भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। जबकि इसबार के विधानसभा चुनाव में शुवेंदु अधिकारी के चुनौती को स्वीकारते हुए नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था और पराजित हो गई थी। 2021 के चुनाव में भवानीपुर विधानसभा केंद्र से उन्होंने अपने बदले शोभनदेव चट्टोपाध्याय को रासबिहारी केंद्र से लाकर प्रत्याशी बनाया था।
शोभनदेव चटर्जी ने ममता के भरोसे को बरकरार रखा और उन्होंने भवानीपुर में जीत हासिल की। दूसरी ओर ममता बनर्जी नंदीग्राम के हाई प्रोफाइल सीट पर शुवेंदु अधिकारी से हार गई, ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को छह महीने के भीतर किसी एक सीट से जीतना होता, अतः अब ममता भवानीपुर से विधानसभा में प्रवेश करेंगी।