भारतीय मुक्केबाजों के लिए मिला-जुला ड्रॉ, पहले दिन अभियान शुरू करेंगी लवलीना

इस्तांबुल। तुर्की के इस्तांबुल में 8 से 20 मई तक होने वाली आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12वें संस्करण के लिए रविवार को भारतीय मुक्केबाजों को मिला-जुला ड्रा मिला। यह साल खास है क्योंकि रिकॉर्ड 93 देशों के 400 से अधिक मुक्केबाज इस चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए तैयार हैं। यह साल खास इसलिए है क्योंकि यह इस प्रतिष्ठित आयोजन की 20वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा) भारत के अभियान की शुरुआत करेंगी, लेकिन उन्हें आगे जाने के लिए पूर्व विश्व चैंपियन चेन निएन-चिन के खिलाफ लड़ना होगा।

विश्व चैंपियनशिप में 2018 और 2016 में क्रमश: स्वर्ण और कांस्य पदक जीतने वाली चीनी ताइपे की इस मुक्केबाज को ही लवलीना ने 2020 ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में हराया था और सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए कांस्य पदक पक्का किया था। दो बार की एशियाई चैम्पियन पूजा रानी (81 किग्रा), नंदिनी और निकहत जरीन को भी अपने-अपने वर्ग में कड़ा ड्रॉ दिया गया है। पूजा अंतिम-16 दौर में दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता हंगरी की मुक्केबाज तिमिया नेगी से भिड़ेंगी।

जबकि नंदिनी (+81 किग्रा) को पहले दौर में बाई मिली है, लेकिन क्वार्टर फाइनल में उनका सामना बीते संस्करण में कांस्य पदक जीतने वाली मोरक्को की खदीजा अल-मर्डी से होगा। दूसरी ओर, निकहत (52 किग्रा) पहले दौर में मैक्सिको की हेरेरा अल्वारेज़ से भिड़ेगी और अगर वह जीतने में सफल रहती हैं तो अंतिम-16 दौर में वह 2021 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की लुत्सैखान अल्तांटसेटसेग से भिड़ सकती हैं। जैसमीन (60 किग्रा) पहले दौर के मुकाबले में दो बार की युवा एशियाई चैंपियन थाईलैंड की पोर्नटिप बुपा से भिड़ेंगी।

अगर जैसमीन पहली बाधा पार करने में सफल होती हैं तो वह क्वार्टर फाइनल में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं अमेरिका की रशीदा एलिस से भिड़ सकती है। अन्य भारतीयों खिलाड़ियों में अंकुशिता (66 किग्रा) को नीतू (48 किग्रा), अनामिका (50 किग्रा), शिक्षा (54 किग्रा), मनीषा (57 किग्रा), परवीन (63 किग्रा) और स्वीटी (75 किग्रा) के साथ तुलनात्मक रूप से आसान ड्रॉ हासिल किया है। अंकुशिता पहले दौर में बाई मिलने के बाद अंतिम-16 दौर के मुकाबले में अपनी चुनौती की शुरुआत करेंगी।

भारतीय खिलाड़ियों ने इस प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन के 11 संस्करणों में अब तक नौ स्वर्ण, आठ रजत और 19 कांस्य सहित 36 पदक हासिल किए हैं। रूस (60) और चीन (50) के बाद के नाम सबसे अधिक पदक हैं। आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का पिछला संस्करण 2019 में रूस में आयोजित किया गया था। उस समय भारतीय मुक्केबाजों ने एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते थे। भारतीय टीम इस प्रकार है: नीतू (48 किग्रा), अनामिका (50 किग्रा), निकहत जरीन (52 किग्रा), शिक्षा (54 किग्रा), मनीषा (57 किग्रा), जैसमीन (60 किग्रा), परवीन (63 किग्रा), अंकुशिता (66 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा), स्वीटी (75 किग्रा), पूजा रानी (81 किग्रा), नंदिनी (+81 किग्रा)।

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