सोनिया गांधी से मुलाकात, ममता बोली लोकतंत्र बचाने के लिए चेहरा भी आ जाएगा

नई दिल्ली। देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए बुधवार शाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच एक अहम मुलाकात हुई। दिल्ली में हुई इस मुलाकात के दौरान पेगासस जासूसी मामले पर भी चर्चा की गई। ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया गांधी विपक्ष की एकजुटता चाहती हैं। ममता ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि हमारे लिए जनता ही चेहरा है।

लोकतंत्र बचाने के लिए चेहरा भी आ जाएगा। 2024 में विपक्ष के चेहरे के विषय पर ममता बनर्जी ने यह बात कही। जब उनसे पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल के बाहर देश भर में भी ‘खेला होगा’ तो उन्होंने कहा कि हां देश में भी ‘खेला होगा’।

ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्ष को एकजुट करने जैसे अहम मुद्दे पर उन्होने सोनिया गांधी के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हुई यह चर्चा काफी सकारात्मक रही है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार शाम करीब 4 बजकर 25 मिनट पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दस जनपथ स्थित उनके आवास पर पहुंची। यह मुलाकात करीब 50 मिनट चली।

सोनिया गांधी के आवास से बाहर आने के बाद ममता बनर्जी ने कहा हमने पेगासिस जासूसी मामले पर चर्चा की बातचीत की। बातचीत सकारात्मक रही। बीजेपी को हराने के लिए सब को एक होना जरूरी है। हम (टीएमसी) अकेले कुछ नहीं है। सब को एक साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। हम वीआईपी नहीं हैं, हम लोग साधारण इंसान हैं।

ममता बनर्जी ने कहा, हम सड़क के लोग हैं। सरकार कथित जासूसी मामले पर जवाब क्यों नहीं दे रही है। अगर लोकसभा, राज्यसभा में चर्चा नहीं होगी तो कहां चर्चा होगी। सरकार को जवाब देना चाहिए।

इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे देश में खेला होगा। अच्छे दिन बहुत देख लिए अब सच्चे दिन देखने होंगे। हमारे लिए जनता ही चेहरा है। लोकतंत्र बचाने के लिए चेहरा भी आ जाएगा। 2024 में चेहरे के विषय पर ममता बनर्जी ने यह बात कही। ममता बनर्जी ने कहा कि वह एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों से बात कर रही हैं।

वहीं भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इन मुलाकातों पर कहा कि कर्नाटक में 2018 में यही विपक्ष के सभी नेता एक मंच पर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर खड़े थे, लेकिन क्या नतीजा हुआ। जनता जनार्दन है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक साथ उत्तर प्रदेश में साइकिल पर बैठे थे, क्या नतीजा हुआ। कुछ नतीजा नहीं निकला। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी कोलकाता में सभी विपक्षी नेता एक साथ आए थे लेकिन इससे कुछ नहीं हुआ।

इससे पहले मंगलवार को ममता बनर्जी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल के लिए अधिक मात्रा में कोरोना वैक्सीन मांगी। पश्चिम बंगाल का नाम बदले जाने का विषय भी प्रधानमंत्री के सामने उठाया। साथ ही ममता बनर्जी ने विभिन्न विकास कार्यों एवं टैक्स आदि के विषय भी प्रधानमंत्री के समक्ष रखें।

तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के उपरांत ममता बनर्जी पहली बार दिल्ली पहुंची है। यहां वह मंगलवार शाम 4 बजे वह प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के लिए प्रधानमंत्री आवास पहुंची थी और उनकी यह मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली।

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