तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। “जीवन की लय, निर्मल आनंद में” साहित्य परिवार की दूसरी वर्षगाँठ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। मेदिनीपुर शहर के चर्च स्कूल से सटे सामुदायिक भवन में सैकड़ों कवियों एवं लेखकों की उपस्थिति में साहित्यिक गोष्ठी एवं पत्रिका “उनमिषिता” का लोकार्पण संपन्न हुआ। संस्थापक संपादक तनीषा बनर्जी, अध्यक्ष सौमेंद्र नाथ महतो और निदेशक मंडल के सदस्यों ने परिवार की ओर से सभी का स्वागत किया। उद्घाटन समारोह में कवि निर्मल्य मुखोपाध्याय उद्घाटनकर्ता के रूप में जबकि संगीत गुरु जयंत साहा उपस्थित थे।
कवि देवप्रसाद बोस, नयन अखबार के संपादक विद्युत पाल, कवि मनोरंजन आचार्य, कवि जहीर चौधरी, कवि सुशील रंजन विश्वास, निबंधकार अचिंत मारिक, “समय बांग्ला” के जयंत मंडल, डुलुंग उत्सव के प्रसिद्ध कवि सौमेन मंडल, फोटोग्राफर गौतम देव, संप्रति पत्रिका के संपादक शाहजहां कबीर, कवि अशोक चक्रवर्ती, कवियित्री महुआ बनर्जी आदि भी समारोह के आकर्षण के रूप में उपस्थित थे। निदेशक मंडल के सदस्य कवि मृदुल साहा सुदूर बांग्लादेश से उपस्थित हुए।
इस अवसर पर परिवार की ओर से प्रख्यात कवियों एवं लेखकों को “साहित्य रत्न”, “साहित्य किरण”, “वर्ष का सर्वश्रेष्ठ” एवं “कलम सम्मान” से सम्मानित किया गया। कई स्थापित कवियों और लेखकों के साथ मयूख, आराधना, जोबा आदि बाल एवं युवा कवियों का स्वागत किया गया। साहित्य साधना के प्रचार-प्रसार में साहित्यिक परिवार के इस कार्यक्रम “जीवन की लय में शुद्ध आनंद” की उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की।