मेदिनीपुर : मनमोहक रही स्वर – आवृत्ति व कलाभृत की सांस्कृतिक संध्या

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : मेदिनीपुर शहर के विद्यासागर हॉल में स्वर-आवृत्ति, मेदिनीपुर एवं कलाभृत की ओर से कवि प्रणाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें दोनों संगठनों के दो सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का विषय रवीन्द्र नजरूल का नृत्य, एकल और युगल कविता संग्रह था।

विद्यासागर विश्वविद्यालय के तारकनाथ साहू, निवेदिता भट्टाचार्य एवं सहायक विद्यालय निरीक्षक सौमेन घोष ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आवृत्ति पाठ के कोलाज “छोटोदेर नजरूल” “रवि टैगोर की माँ” और “एक और रवीन्द्रनाथ” ने सभी का ध्यान खींचा।

छोटे-छोटे कलाकारों के विभिन्न कार्यक्रम हर किसी के दिल को छू गए। बता दें कि कुछ दिन पहले संगठन के सभी छात्रों ने कवि को श्रद्धांजलि देने के लिए पेड़ लगाए थे। विद्यार्थियों ने करीब 100 पौधे लगाए।

Medinipur: Cultural evening of Swar-Frequency and Kalabhrit was fascinating.

स्वर गायन के संचालक शुभदीप बोस ने कहा, “हमारे छात्रों ने कवि प्रणाम के लिए एक पेड़ उगाने का फैसला किया है। कुछ बेंगलुरु में रहते हैं, कुछ पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में रहते हैं।

5 से 75 उम्र वाले सदस्यों ने पौधारोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ रखने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक निर्मलेंदु दे, नाटककार दीपक बोस ने पुरस्कार प्रदान किया।

कलाभृत के कर्णधार अजय साहू ने कहा, “हमें दोनों संगठनों की पहल के तहत एक आनंदमय सांस्कृतिक शाम प्रस्तुत करने में खुशी हो रही है…”

पोली पहाड़ी, शीला महापात्रा शिवानी पाल, सुपर्णा बनर्जी, सुपर्णा कोले की गीतांजलि की चयनित कविताओं ने कार्यक्रम में एक अलग स्वाद ला दिया। दीपा बसु और मनीषा बसु ने कार्यक्रम में सभी को धन्यवाद दिया।

Medinipur: Cultural evening of Swar-Frequency and Kalabhrit was fascinating.

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