तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : जंगल महल के सस्वर पाठन प्रशिक्षण संस्थान ‘संचियता’ का पांचवां वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम मेदिनीपुर शहर के रवीन्द्र निलय थिएटर में आयोजित किया गया। इस मौके पर संचियता की कर्णधार आवृत्ति शिल्पी मैथिली घोष ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को वर्ष के समापन एवं आने वाले नये वर्ष की शुभकामनाएं एवं बधाई दी गई।
समारोह में एकल व समवेत स्वर में छात्रों ने व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से विभिन्न गायन के माध्यम से एक दिल छू लेने वाला सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरूआत उपस्थित अतिथियों की उपस्थिति में रवीन्द्रनाथ की प्रतिमा पर माल्यार्पण, हेमन्त मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम में मेदिनीपुर नगरपालिका के चेयरमैन सौमेन खान, संगीत गुरु जयंत साहा,
पीएमडीसीसीआई सचिव चंदन बसु, कोतवाली थाना आईसी अतीबुर रहमान, अनुभवी बाचिक कलाकार मालबिका पाल, प्रसिद्ध संगीत कलाकार भारती बंद्योपाध्याय, प्रसिद्ध कवि निर्मल्य मुखोपाध्याय, प्रसिद्ध कवि देबाशीष दंड, रवीन्द्र स्मृति समिति के महासचिव लक्ष्मण चंद्र ओझा, नयन अखबार के संपादक विद्युत पाल तथा बाचिक कलाकार कौस्तब बंद्योपाध्याय सहित बड़ी संख्या में शहर के कई प्रमुख कवि, कलाकार और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंतिम दिन संस्कृतिकर्मी शमिक सिन्हा के समग्र विचार और नर्तक राजीव खान के नृत्य विचार और नृत्यांगना शेशाद्री मिश्रा, तपस्विनी भट्टाचार्य, राजीव खान शमिक सिन्हा, सहेली बेरा खान, बाचिक कलाकार कुमारेश घोष और मैथिली घोष सहित अन्य कलाकारों की उपस्थिति में कार्यक्रम गरिमापूर्ण हो गया।
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण सुमंत साहा, देवलीना चटर्जी, मौमिता मन्ना और अन्य की भागीदारी के साथ प्रस्तुत विशेष गीत ‘सभी पात्र काल्पनिक हैं’ था। उपस्थित अतिथियों ने संचियता की सराहना की तथा भविष्य में और अधिक सफलता की कामना की। बाचिक कलाकार दीपान्विता बनर्जी और कुमारेश घोष ने बड़ी कुशलता से मंच संचालन किया।
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