मराठी फिल्म ‘पुगल्या’ (Marathi Film Puglya) ने मास्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, 2021 (Moscow International Film Festival) में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फीचर का पुरस्कार जीता है। फिल्म के डायरेक्टर विनोद सैम पीटर ने बताया, ‘मुझे बहुत खुशी मिलती है जब मैं देखता हूं कि कहानी को इतनी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जीतना मेरे और टीम के लिए गर्व की बात है।’
दो लड़कों के आसपास घूमती है कहानी : डॉयरेक्टर विनोद सैम पीटर ने कहा कि फिल्म प्रोड्यूसर, जिन्होंने स्क्रीनप्ले भी लिखा था, उनका कहना है कि फिल्म एक बच्चे की मासूमियत के बारे में है। उन्होंने कहा कि फिल्म ‘पुगल्या’ एक ऐसी कहानी है, जो एक पग और दो लड़कों रुशब और दत्ता के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी उम्र लगभग 10 साल है। एक पग कुत्ता दो लड़कों की जिंदगी में आता है, जिनमें से एक शहर से है और दूसरा गांव से है। उनके जीवन पर इसका प्रभाव पुगल्या में दिखाया गया है। फिल्म बच्चों की मासूमियत और सरलता को दिखाती है। वह कुत्तों के प्रति उभयभावी हैं और उन्हें यह एहसास भी हुआ है कि इस प्रकार के मुद्दे की एक अंतरराष्ट्रीय अपील है।
भारत में रिलीज होने का इंतजार : फिल्म ने अब तक कैलिफोर्निया में लॉस वर्ल्ड प्रीमियर फिल्म अवॉर्डस में सम्मान प्राप्त किया है। इस फिल्म ‘पुगल्या’ ने लंदन, इटली, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस, तुर्की, ईरान, अर्जेंटीना, लेबनान, बेलारूस, रूस, कजाकिस्तान, स्पेन, फिलीपींस, इजरायल, अमेरिका और कनाडा में विभिन्न अंतराष्ट्रीय फिल्म प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है। लॉकडाउन के कारण, फिल्म का अभी भी भारत में रिलीज होने का इंतजार है।