‘हरिओम’ का सीक्वेल मराठी, हिंदी सहित कई और भाषाओं में रिलीज किया जाएगा….!
काली दास पाण्डेय, मुंबई । मराठी फिल्म निर्माता हरिओम घाडगे द्वारा निर्मित श्रीहरि स्टूडियो की नवीनतम प्रस्तुति हालिया रिलीज मराठी फिल्म ‘हरिओम’ के संवादों पर समाजवादी पार्टी के नेता अबु आसिम आजमी के द्वारा आपत्ति जताये जाने के बाद चर्चा का विषय बन गई है। समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि फिल्म में उत्तर भारतीयों के बारे में गलत शब्दों का इस्तेमाल किया गया है उसे हटा दिया जाना चाहिए। फिल्म में एक सीन में एक डायलॉग है- ‘’पुरुषोत्तम भैया, यह हमारा महाराष्ट्र है, तुम्हारा गांव नहीं है। अगर मराठियों की सटक गई तो हम तुम्हें महाराष्ट्र के नक्शे से मिटा देंगे।”
समाजवादी पार्टी ने इस संवाद को फिल्म से हटाने की मांग की है। इस कारण मराठी फिल्म ‘हरिओम’ को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। मुम्बई के दादर स्थित प्लाजा थिएटर में मराठी एकीकरण समिति के सहयोग से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करके फिल्म निर्माता हरिओम घाडगे ने मीडिया वालों को इस बारे में बताया। यहाँ इस फिल्म का एक स्पेशल शो भी रखा गया था। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस फिल्म के निर्माता और नायक हरिओम घाडगे ने कहा कि यह फिल्म एक काल्पनिक कथा है। इस फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक संवाद नहीं है। फिल्म की कहानी, सिचुएशन के अनुसार हीरो या विलेन के डायलॉग हैं। मनोरंजन के साथ यह फिल्म समाज को, युवाओं को एक सन्देश देती है।
‘हरिओम’ कोंकण सहित महाराष्ट्र के कई सिनेमाघरों में सफलता पूर्वक से चल रही है। यह फिल्म मराठी मनुष्य की अस्मिता को दर्शाती है, इसमे दो भाइयों के प्रेम को दिखाया गया है जो आज के समाज मे कम देखने को मिलता है। यह फिल्म लोगों को प्रेरणा देने के उद्देश्य से बनाई गई है। इस फिल्म की खास बात यह है कि इस फिल्म में यह संदेश दिया गया है कि हर इंसान को अपना जन्मदिन किसी अनाथालय में मनाना चाहिए। इस फिल्म के बाद ‘हरिओम 2’ का सब्जेक्ट और कहानी तैयार है। अपने इस नए प्रोजेक्ट पर हमने काम शुरू कर दिया है। ‘हरिओम’ का सीक्वेल मराठी, हिंदी सहित कई और भाषाओं में रिलीज किया जाएगा। आशिष नेवाळकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अभिनेता हरिओम घाडगे ने बड़े भाई हरि का रोल किया है जबकि ओम के रोल को अभिनेता गौरव कदम ने निभाया है।