कोलकाता। पश्चिम बंगाल के इतिहास में एक नया कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर मंत्रिमंडल की बैठक की है। इसके पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने आवास पर मंत्रिमंडल की बैठक नहीं की थी। स्पेन सफर के दौरान पैर में चोट लगने की वजह से मुख्यमंत्री फिलहाल आराम कर रही हैं और घर पर हैं। गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई है। इसके बाद ममता कैबिनेट में मंत्री फिरहाद हकीम ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी थी। उन्होंने बताया कि शालबनी में औद्योगिक पार्क बनाया जाना है।
शालबनी में जिंदल की अप्रयुक्त भूमि पर एक औद्योगिक पार्क बनाया जाएगा। 2008 में, तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार ने पश्चिमी मेदिनीपुर के शालबनी में जिंदल को 4100 एकड़ जमीन दी थी। इसमें से 850 एकड़ जमीन पर सीमेंट फैक्ट्री, पावर प्लांट और रेलवे साइडिंग का निर्माण किया गया है। बाकी जमीन बेकार पड़ी थी। पिछले दिनों राज्य सरकार की ओर से बताया गया था कि राज्य सरकार जिंदल से यह जमीन वापस लेगी।
इस जमीन का उपयोग अन्य उद्योगों के लिए किया जाएगा। बाद में पता चला कि जिंदल को लौटाई गई कुछ जमीन पर स्टील फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। हालांकि बाद में सुनने में आया है कि कंपनी ने खुद ही जानकारी दी है कि वे उस जमीन पर इंडस्ट्रियल पार्क बनाना चाहते हैं।
हाल ही में राज्य सरकार ने भूमि नीति में बदलाव किया है राज्य सरकार ने लीज की जमीन को फ्री होल्ड जमीन में बदलने की जानकारी दी है। फिर जिंदल ने जमीन लौटाने के पिछले फैसले पर पुनर्विचार करना शुरू कर दिया और इसी दिन कैबिनेट में फैसला लिया गया कि राज्य सरकार शालबनी में 4102 एकड़ जमीन पर इंडस्ट्रियल पार्क बनाएगी। कैबिनेट बैठक के बाद राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने इस फैसले की आधिकारिक घोषणा की।
हालांकि, इस मामले में यह स्पष्ट नहीं है कि इस औद्योगिक पार्क के निर्माण के लिए केवल जिंदल की जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा या अलग जमीन का। इस औद्योगिक पार्क का विकास अकेले राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा या इसे किसी अन्य संस्था के साथ मिलकर विकसित किया जाएगा। हालांकि, फिरहाद हकीम के बयान से साफ है कि शालबनी में एक औद्योगिक पार्क बनाया जा रहा है। कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में मंजूरी दे दी गई है।