Kolkata Desk : साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने अभी से कमर कसना शुरू कर दिया है। इस बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ काफी मुखर रहीं। कयास ये भी लगाए जा रहे है अगले चुनाव में मोदी के खिलाफ़ ममता मुख्य चेहरा हो सकती हैं! इस बीच सोशल मीडिया पर #AabKiBaarDidiSarkar खूब ट्रेंड कर रहा है।
बता दें कि ‘Aabki Baar Modi Sarkar’ 2014 के लोकसभा चुनाव में इसी स्लोगन को हथियार बना कर भाजपा ने पुर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। अब वापस सात साल बाद भाजपा के उसी स्लोगन को तृणमूल हथियार बनाने जा रही है। सिर्फ मोदी के नाम को बदल कर दीदी करके। ममता बनर्जी के दिल्ली यात्रा के समय ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है #AabKiBaarDidiSarkar
इस हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए तृणमूल के बड़े नेताओं ने ट्वीट किया है। पोस्ट में उन्होंने राज्य की विभिन्न परियोजनाओं पर प्रकाश डाला है। तृणमूल का दावा है कि राज्य सरकार की सभी परियोजनाओं से राज्य के करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इस बार देश की जनता को भी इन सभी परियोजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
इसलिए वे ममता बनर्जी को दिल्ली की गद्दी पर बैठाना चाहते हैं। विकास के मामले में नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘गुजरात मॉडल’ को देश की जनता के सामने रखा था। 2024 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी का तुरुप का पत्ता होगा ‘बंगाल मॉडल’।
तृणमूल सुप्रीमो ने 21 जुलाई शहीद दिवस के अपने भाषण में यह स्पष्ट किया था। उसी दिन ममता बनर्जी ने पहली बार कहा था, ”अगर मैं सत्ता में आई तो पूरे देश को मुफ्त राशन दूंगी।” सोमवार को तृणमूल नेताओं ने ‘बंगाल मॉडल’ पर प्रकाश डालते हुए ट्वीट किया है।
2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बंगाल में सत्ता हथियाने के लिए पूरे दम से कूद पड़ा था।परन्तु मोदी-शाह का डबल इंजन सरकार का सपना जल्द ही चकनाचूर हो गया था। इसके उलट राज्य की जनता ने ‘बंगाल की बेटी’ पर भरोसा किया। इस बार ममता का निशाना दिल्ली है।
इसलिए 2024 के लोकसभा में मोदी के खिलाफ लड़ाई के केंद्र में ममता बनर्जी को खड़ा करना चाहती है तृणमूल। परन्तु देखने वाली बात यह होगी कि अन्य राज्यों की पार्टिया तथा उनके नेतागण और खुद कांग्रेस भी ममता के नेतृत्व को कहां तक स्वीकार करते हैं।