कोलकाता : ऑक्सफोर्ड यूनियन डिबेटिंग सोसाइटी ने अप्रत्याशित ”परिस्थितियों” का हवाला देकर अंतिम समय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रस्तावित डिजिटल संबोधन को स्थगित कर दिया, जिससे सत्तारूढ़ टीएमसी भौंहें तन गईं। बनर्जी दोपहर करीब ढाई बजे ‘ द ऑक्सफोर्ड यूनियन डिबेट’ को संबोधित करने वाली पहली भारतीय महिला मुख्यमंत्री बनने वाली थीं, लेकिन आयोजकों ने करीब 1 बजकर 50 मिनट पर कार्यक्रम स्थगित कर दिया। राज्य के गृह विभाग ने ट्विटर पर लिखा, ”आज दोपहर अचानक आयोजकों ने अंतिम समय में कार्यक्रम स्थगित करके उसमें बदलाव का अनुरोध किया!” विभाग ने कहा, ”आयोजकों की ओर से टेलीफोन पर अनुरोध किया गया। उन्होंने इसके लिये तत्काल पैदा हुईं अप्रत्याशित परिस्थितियों का हवाला दिया।
ऑक्सफोर्ड यूनियन का आज का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।” इस घटनाक्रम से नाराज टीएमसी नेतृत्व ने दावा किया कि यह फैसला लेने के लिये आयोजकों पर ”राजनीतिक दबाव” डाला गया होगा। टीएमसी के एक वरिष्ठ सांसद ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा, ”यह अभूतपूर्व है…महीनों पहले तय हो चुके कार्यक्रम को इसके शुरु होने से कुछ ही मिनट पहले रद्द कर दिया गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के उनके कार्यक्रमों और विदेश यात्राओं के अंतिम समय पर रद्द किया जा चुका है।” उन्होंने कहा, ”ममता बनर्जी के संबोधन को रोकने के लिये ऊपरी स्तर से पूरा दम-खम लगाया गया होगा। हम ऐसी राजनीति की निंदा करते हैं।
इससे पहले, 2018 में स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर शिकागो में बनर्जी के एक कार्यक्रम, चीन की प्रस्तावित यात्रा और दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में उनके संबोधन को अंतिम समय में रद्द कर दिया गया था। ऑक्सफोर्ड यूनियन डिबेटिंग सोसाइटी ने ”खेद” प्रकट करते हुए सरकार को भेजे ई-मेल में लिखा, ”हमारे दर्शकों ने बेशुमार प्रश्न भेजे और हम उन प्रश्नों का चुनाव कर रहे हैं। कभी-कभी हालात पर आपका बस नहीं चलता।” राज्य के सचिवालय के सूत्रों ने कहा कि बनर्जी संबोधन के दौरान ‘कन्याश्री’, ‘रूपाश्री’, ‘कृषक बंधू’ और ‘दुआरे बांग्ला’ जैसी अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर बोलने वाली थीं। सूत्रों ने कहा कि उन्हें जुलाई में निमंत्रण मिला था।