कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी कृष्णानगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थी। जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संशोधित नागरिकता अधिनियम सीएए (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन मैं किसी हाल में पश्चिम बंगाल में सीएए को कभी भी लागू नहीं होने दूंगी।
ममता बनर्जी ने भाजपा पर अलग राज्य की मांग उठाकर पश्चिम बंगाल में अलगाववाद को बढ़ावा देने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया और कहा कि वह कभी भी राज्य का विभाजन नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा, जब भी कोई चुनाव आता है, भाजपा सीएए और एनआरसी को लागू करने की बात करती है। ममता ने कहा कि अगले माह होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में लगभग डेढ़ साल का समय बचे होने के बीच इसने फिर से सीएए के मुद्दे को भड़काना शुरू कर दिया है।
ममता बनर्जी ने कृष्णानगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, क्या भाजपा तय करेगी कि कौन नागरिक है और कौन नहीं? मतुआ भी इस देश के नागरिक हैं। राजनीतिक रूप से शक्तिशाली मतुआ समुदाय में से कई लोग उत्तर 24 परगना और नदिया जिलों में रहते हैं। उन्होंने कहा, भाजपा राज्य के उत्तरी हिस्सों में राजवंशी और गोरखाओं को भड़काकर बंगाल में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। हम पश्चिम बंगाल का विभाजन कभी नहीं होने देंगे।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता में नहीं लौटेगी। बनर्जी ने कहा कि 2019 में देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी और तब से यह बदल गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘2019 में, देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी, बिहार, झारखंड और कई अन्य राज्यों में भाजपा सत्ता में थी लेकिन अब, देशभर में इसकी राजनीतिक मौजूदगी कम हो गयी है, यह अब कई राज्यों में सत्ता में नहीं है।