राज्य में अपनी नाकामी छुपाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हो रही हैं ममता बनर्जी : भाजपा

नई दिल्ली : टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी देश की राजधानी दिल्ली में कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर भाजपा को घेरने की रणनीति बनाएगी। पश्चिम बंगाल के बाद त्रिपुरा, गोवा और अब दिल्ली में जिस अंदाज में ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ अभियान चलाने में जुटी हुई हैं, उससे तो यही लग रहा है कि ममता राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को घेरना चाहती हैं, यूं कहे कि मुख्य विपक्षी पार्टी की जगह लेना चाहती है। टीएमसी सुप्रीमो की राष्ट्रीय स्तर पर सक्रियता को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में सरकार चलाने वाले दलों की यह पुरानी बीमारी रही है कि वो प्रदेश के लोगों के हित में काम करने की बजाय राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति करने की कोशिश करने में लग जाते हैं।

लेफ्ट फ्रंट की सरकार के दौर में भी 34 वर्षों तक सीपीएम नेता दिल्ली में यही किया करते थे, अब ममता बनर्जी भी यही कर रही है। उन्होने आरोप लगाया कि राज्य में अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ममता बनर्जी कभी गोवा, कभी त्रिपुरा या कभी दिल्ली जाकर इस तरह के नाटक करती रहती हैं। इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, जो एक राज्य को नहीं चला पा रही हैं वो देश में क्या कर पाएंगी। उन्होने इसके साथ ही यह भी साफ तौर पर कहा कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं भी चुनाव लड़ सकता है और टीएमसी की सक्रियता से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

ममता बनर्जी की सक्रियता के सवाल पर बात करते हुए पश्चिम बंगाल की हुगली से भाजपा लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि यह तो अच्छा है क्योंकि तब राजनीतिक लड़ाई चुनाव बाद हिंसा बनाम शांति एवं विकास के बीच होगी। सब लोग देख रहे हैं कि ममता बनर्जी राज्य में किस तरह से हिंसा की राजनीति कर रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस तरह से देश के गरीबों के कल्याण और विकास के लिए काम कर रहे हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दार्जिलिंग से लोकसभा सांसद राजू बिस्ता ने कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के बाहर कभी भी एक ताकत नहीं रही है। भविष्य में भी उनकी यही स्थिति रहेगी क्योंकि सबको पता है कि ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल की क्या हालत हो गई है। बंगाल आज 5 लाख करोड़ रुपए के कर्ज में डूबा हुआ है। टीएमसी ने राज्य में राजनीतिक हिंसा का तांडव मचा रखा है। वहां कोई लोकतंत्र नहीं बचा है। राज्य में युवाओं के लिए रोजगार नहीं है, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत बदहाल है। लोग बेसिक सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। भाजपा सांसद बिस्ता ने कहा कि नंदीग्राम की जनता ने ममता बनर्जी को विधान सभा चुनाव में ही खारिज कर दिया था और देश की जनता भी नंदीग्राम के लोगों की तरह समझदार है जो ममता बनर्जी को खारिज ही करेगी।

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