मालदा। मालदा के इंग्लिश बाजार ब्लॉक के बिनोदपुर ग्राम पंचायत के बारा गोसाईपुर गांव के लोग 1991 साल से बरसात में उफान पर आयी भयावह नदी को सिर्फ एक चरचरी पुल के सहारे पार करते हैं। इस जर्जर पुल से बिनोदपुर, मिल्की, अमृती व बांगीटोला क्षेत्र के हजारों लोग आवागमन करते हैं। अगर गांव में कोई बीमार है तो एंबुलेंस गांव के अंदर नहीं जा सकती. चाहे बंगीटोला अस्पताल जाना हो या हाई स्कूल, इसी जर्जर पुल को पार करना पड़ता है। नहीं तो ग्रामीणों को करीब 10 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।
इस स्थिति से नाराज होकर ग्रामीणों ने पक्के पुल की मांग विरोध प्रदर्शन शुरू किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक निहार रंजन घोष ने इस नदी पर पक्के पुल के लिए कार्य प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन मिट्टी परीक्षण और बोर्डिंग प्रक्रिया के बाद कोई प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी नजर नहीं आये।इसलिए, ग्रामीणों ने आज विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की।
वहीं, जब इस संबंध में ग्राम पंचायत के मुखिया राजू मिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने क्षेत्र में यह समस्या लंबे समय से देखी है। उत्तर बंगाल विकास विभाग की ओर से काम की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन इसे फिर से रोक दिया गया। हालांकि इस मामले को लेकर पंचायत अधिकारियों से लिखित शिकायत की गयी है, पंचायत प्रधान राजू मियां ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।