मालदा। स्थानीय निवासी गाली-गलौज व धक्का-मुक्की कर रहे हैं, विरोध के दबाव में आवास योजना में भ्रष्टाचार स्वीकार कर तृणमूल पंचायत सदस्य ने इस्तीफा दिया, इस्तीफा देते ही पार्टी पर लगाये विस्फोटक आरोप। वहीं भाजपा की ओर से कटाक्ष किया गया कि अब इस्तीफा देने वालों की लाइन लगेगी। पंचायत चुनाव में तृणमूल को नहीं मिलेंगे प्रत्याशी। वहीं तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि यह सभी भाजपा की साजिश है।
बीते 25 दिसंबर को स्थानीय निवासियों ने आवास योजना सूची में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हरिश्चंद्रपुर ब्लॉक 1 बरोई ग्राम पंचायत के चयनपुर बूथ के तृणमूल पंचायत सदस्य रटिंकर महालदार का घेराव किया व टायर जलाकर विरोध जताया। स्थानीय निवासियों का आरोप है की कि कटमनी लेकर सर्वे किया गया है। 15-20 हजार रुपए कटमनी लेकर मकान दिया गया है। जिन लोगों को असली मकान चाहिए उनके नाम सूची में नहीं हैं उस बूथ में सर्वे प्रभारी पंचायत ग्राम संसाधन कर्मी मुख्तार आलम पर घूस लेने का आरोप लगाया गया था। जो तृणमूल पार्टी से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, उस इलाके में कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं ने टिंकर महालदार को दरकिनार कर दिया था। उनलोगों ने भ्रष्टाचार किया लेकिन टिंकर महलदार के पद में रहने के कारण लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। बुधवार को वे हरिश्चंद्रपुर ब्लॉक 1 के कार्यालय गए और इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देकर उन्होंने मीडिया के पार्टी पर विस्फोटक आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल के इर्द-गिर्द सिर्फ भ्रष्टाचार हैं, इसलिए लोग विरोध कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें विरोध का सामना करना पड़ता है। इसलिए उन्होंने दबाव में इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि आम लोग गुस्से में हैं और गाली-गलौज कर रहे हैं और इलाके में धक्का-मुक्की कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन अभी वह पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं।