वाराणसी। महाशिवरात्रि के बारे में शास्त्रों में ये भी कहा गया कि अगर यह व्रत मंगलवार, रविवार और शिवयोग में पड़े तो यह विशेष होता है।महाशिवरात्रि हिन्दुओं का बड़ा पर्व है। धर्म शास्त्रों की माने तो भगवान शंकर के पास इस सृष्टि को नष्ट करने की क्षमता है। ऐसे में उन्हें खुश रखना जरूरी है। साथ ही भगवान शंकर सभी देवताओं में सीधे होते हैं, उनकी कृपा बरसते ही जीवन धन्य हो जाता है। इसी वजह से इन्हें भोले बाबा भी कहा जाता है। भगवान भोलेनाथ भाव के भूखे हैं, वे किसी भी तरह से पूजा करने पर प्रसन्न हो जाते हैं। उनकी पूजा में किसी भी तरह के दिखावे की जरूरत नहीं होती है। अगर आप महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं या इस बार रखने की तैयारी कर रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखें। अगर नीचे दी गई सावधानियों को बरतते हुए भोले बाबा का व्रत किया जाए तो वे प्रसन्न होते हैं।
भगवान शिव पर यह ना चढ़ाएं :
1. भगवान शंकर की पूजा में धतूरे का फूल चढ़ाया जाता है, मान्यता है कि उन्हें यह फूल पसंद है। आप भगवान शंकर पर धतूरे के अलावा कोई भी फूल चढ़ा सकते हैं, लेकिन भूलकर भी केतकी का फूल न चढ़ाएं।
2. हिन्दुओं की पूजा में तुलसी के पौधे के पत्ते का प्रयोग शुभ माना जाता है। यहां तक की प्रसाद में भी तुलसी का पत्ता डाला जाता है। वहीं भगवान शंकर की शिवलिंग पर भूलकर भी तुलसी के पत्ते को न चढ़ाएं। मान्यता है कि तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है।
3. महाशिवरात्रि के मौके पर शिवलिंग पर दूध और जल के साथ फल-फूल, चावल को मिलाकर जलाभिषेक किया जाता है। हालांकि जलाभिषेक के दौरान इस बात का ख्याल रखें कि टूट चावल का चढ़ावा नहीं किया जाए।
4. भगवान शंकर की पूजा में बेल पत्र का चढ़ावा शुभ होत है, लेकिन खंड़ित बेलपत्र भोलेबाबा पर नहीं चढ़ाए। वही बेलपत्र चढ़ाएं जो तीन पत्तों वाले हों। कीड़े खाए हुए बेलपत्र भी भगवान पर न चढ़ाएं।
सुख शांति के लिए करें यह उपाय :
1. विवाह के लिए : यदि विवाह में अड़चन आ रही है तो शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर केसर मिला कर दूध चढ़ाएं।
2. धन प्राप्ति के लिए : मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इस दौरान भगवान शिव का ध्यान करते रहें।
3. मनोकामना पूर्ति के लिए : शिवरात्रि पर 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
4.सुख समृद्धि के लिए : शिवरात्रि पर बैल को हरा चारा खिलाएं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और परेशानियों का अंत होगा।
5. पितरों की शांति के लिए : शिवरात्रि पर गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी। साथ ही पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।
6. मन की शांति के लिए : पानी में काला तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें व ॐ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
7. आमदनी बढ़ाने के लिए : शिवरात्रि पर घर में पारद के शिवलिंग की योग्य ब्राह्मण से सलाह कर स्थापना कर प्रतिदिन पूजा करें। इससे आपकी आमदनी बढ़ाने के योग बनते हैं।
8. संतान प्राप्ति के लिए : शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं। 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
अलग-अलग मनोकामना के लिए इन चीजों से करें अभिषेक :
1. रोगों को शांत करने के लिए भगवान शिव का कुशोदक से अभिषेक करें।
2. भवन वाहन के लिए दही एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से करें।
3. धन वृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें।
4. पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से अभिषेक द्वारा योग्य संतान-प्राप्ति होती है।
5. सहस्रनाम मंत्रों का उच्चरण करते हुए घृत की धारा से वंश वृद्धि होती है।
6. सरसों के तेल से अभिषेक द्वारा शत्रु पराजित होता है।
7. शर्करा मिलाकर दूध के अभिषेक से जड़बुद्धि विद्वान होता है।
शिवरात्रि पर करें कालसर्प या राहू योग का निवारण :
चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा, हलवा, सरसों का तेल, काला सफेद कंबल शिवलिंग पर अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र की कम से कम, एक माला 108 मंत्र अवश्य पढ़ें।
महाशिवरात्रि पर जानिए कौन से मंत्र आपके लिए लाभदायक होंगे-
मुख्य मंत्र
ओम् नम: शिवाय
ओम् नमो वासुदेवाय नम:
ओम् राहुवे नम:
महामृत्युंजय मंत्र
ओम् त्रयंम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनं!
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात!!
ज्योतिर्विद वास्तु दैवग्य
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848