नई दिल्ली । आजादी का अमृत महोत्सव यह एक ऐसा पर्व है जो हर भारतीय को गर्व की अनुभूति से भर देता है, यह सब पर्वो से ऊपर है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कोई वर्ष ऐसा नहीं रहा, जब आजादी के दीवानों ने क्रूरता का सामना नहीं किया. आज वह दिन है, जब हम उनके प्रति सम्मान प्रकट करें। हमें भारत के प्रति उनके दृष्टिकोण और सपने को याद रखने और पूरा करने का संकल्प लेना है।
“तिरंगे के लिए जीना सीखें, अपना दायित्व निभाएं जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान”,………….
महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी ने 15अगस्त, 2022 आजादी का अमृत महोत्सव को मनाया। आजादी का अमृत महोत्सव यह एक ऐसा पर्व है जो हर भारतीय को गर्व की अनुभूति से भर देता है,ऐसा पर्व है जो सब पर्वो से ऊपर है। इस गौरवमय पर्व को मनाने के लिए महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसायटी हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत सम्पूर्ण मेट्स परिवार कॉलेज के प्रांगण में एकत्रित हुआ और ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डा. नंद किशोर गर्ग ने संबोधितकरते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कोई वर्ष ऐसा नहीं रहा, जब आजादी के दीवानों ने क्रूरता का सामना नहीं किया। आज वह दिन है, जब हम उनके प्रति सम्मान प्रकट करें. हमें भारत के प्रति उनके दृष्टिकोण और सपने को याद रखने की जरूरत है। हमारा देश गांधी जी, भगत सिंह, राजगुरु, रामप्रसाद बिसमिल, अश्फाकउल्लाह खान, रानी लक्ष्मी बाई, सुभाष चंद्र बोस और तांत्या टोपे जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की आभारी है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की नींब हिला दी थी।
बिरसा मुंडा, तिरत सिंह और अल्लूरी सिताराम राजू जैसे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के हर कोने में स्वतंत्रता संग्राम को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्र आज उन लोगों को भी याद कर रहा है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान दिया, लेकिन उन्हें भुला दिया गया, उनका हक नहीं मिला। तिरंगे के लिए जीना सीखें, अपना दायित्व निभाएं। 75 वर्षों में पहली बार लाल किले से औपचारिक तोपों की सलामी के लिए मेड इन इंडिया तोप का इस्तेमाल किया गया है। भारत का तकनीकी युग आखिरकार आ चुका है। 5जी और चिप मैन्युफेक्चरिंग के माध्यम से आज हम जमीनी स्तर तक डिजिटल इंडिया की क्रांति को लेकर जा रहे हैं।
सेमीकंडक्टर, 5जी और ऑप्टिकल फाइबर के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और आम व्यक्ति के जीवन में बदलाव को दर्शाता है. इस अवसर पर सोसाइटी के अध्यक्ष विनीत कुमार गुप्ता ने कहा“ तिरंगे के लिए जीना सीखें, अपना दायित्व निभाएं और उसका सम्मान करें। संस्थापक अध्यक्ष डा. नंद किशोर गर्ग, अध्यक्ष विनीत कुमार गुप्ता सोसाइटी के उपाध्यक्ष जगदीश मित्तल, एस.सी. तायल, उपाध्यक्ष (मेट्स), एस.पी. गोयल, उपाध्यक्ष (मेट्स), टी.आर. गर्ग, महासचिव (मेट्स), मोहन गर्ग, संयुक्त महासचिव (मेट्स), रजनीश गुप्ता, सचिव (मेट्स) निदेशक जरनल डॉ. एस.के. गर्ग सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, संकाय सदस्य और राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्र उपस्थित रहें।