नई दिल्ली : महाराजा अग्रसेन प्रौद्योगिकी संस्थान, रोहिणी ने IEEE दिल्ली अनुभाग के सहयोग से 22-24 दिसंबर, 2021 को ‘औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स अनुसंधान और अनुप्रयोगों ‘(आई. सी. आई. ई. आर. ए- 2021) पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी के तत्वावधान यह सम्मलेन इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग ने ‘हाइब्रिड मोड’ पर आयोजित किया, जिसका सीधा प्रसारण मैट के यूट्यूब चैनल पर भी हुआ।
सम्मेलन का उद्देश्य ‘हरित संचार प्रणाली’ और ‘वायरलेस सेंसर नेटवर्क’ जैसी नई तकनीकों भविष्य के नवप्रवर्तकों की सफलता और परिवर्तन के मंत्र के रूप में अनुसंधान और जोखिम प्रबंधन के माध्यम से कौशल वृद्धि की आवश्यकता पर चर्चा करना था। इस सम्मेलन में वितरण रोबोट और ड्रोन के रूप में इलेक्ट्रिक वाहन, उद्योग 4.0 और स्मार्ट मशीनों जैसे स्मार्ट सिस्टम के निर्माण और कार्यान्वयन से संबंधित कई शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
सम्मेलन का उद्घाटन समारोह 22 दिसंबर, 2021 को मैट परिसर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. वेणुगोपाल अचंता, निदेशक राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एन पी एल) और विशिष्ट अतिथि प्रो. ए.पी. मित्तल और प्रो. सिंगम जयंतु ,अध्यक्षता मैटस के संस्थापक अध्यक्ष और मुख्य सलाहकार, चांसलर, महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश डॉ. नंद किशोर गर्ग ने की।
समारोह के मुख्य अतिथि, प्रो. वेणुगोपाल अचंता, निदेशक एन. पी. एल और विशिष्ट अतिथि प्रो. ए.पी. मित्तल और प्रो. सिंगम जयंतु ने भविष्य के नवप्रवर्तकों की सफलता और परिवर्तन के मंत्र के रूप में अनुसंधान और जोखिम प्रबंधन के माध्यम से कौशल वृद्धि की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डॉ. नंद किशोर गर्ग ने उन्होंने अपने वक्तव्य में इस तरह के व्यापक और बहु-विषयक परिचर्चाएँ और विचार-विमर्श सम्मेलन आयोगित करने पर ज़ोर दिया ताकि भावी इंजीनियर जटिल मुद्दों पर देश के सामने पुख्ता समाधान रख सके ।
श्री. एस. पी. अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष, मैटस ने अपने प्रेरक भाषण में उन सभी नवाचारों की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला जो उपयोगकर्ताओं के लिए सुसंगत और स्वचालित निर्णय लेने में सक्षम होंगे। प्रो. नीलम शर्मा, निदेशक, महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने अपने संभाषण में इन आयोजनों की उन संभावनाओं पर प्रकाश डाला, जो हमारे ज्ञान और अनुभव को साझा करने में मदद करती हैं।
सत्र के अंत में प्रो. सुनील कुमार, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग विभागाध्यक्ष, ने मैटस के प्रबंधन सदस्यों, वक्ताओं, संकाय सदस्यों और सभी प्रतिभागियों को इस अवसर पर उपस्थित होने और उसकी शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में सम्मेलन के प्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के प्रमुखों, संकाय, छात्रों और प्रतिभागियों ने भी भाग लिया। 200 से अधिक छात्र प्रतिभागियों के साथ यह कार्यक्रम एक सफल आयोजन रहा। इस अवसर पर सोसाइटी के जनरल सेक्रेटरी टी.आर. सचिव रजनीश गुप्ता निदेशक, नीलम शर्मा, डीन अकेडमिक प्रोफ. सतवीर देशवाल, जे.आर.मणि त्रिपाठी आदि गणमान्य जन उपस्थित रहे।