माघ पूर्णिमा व्रत के दिन शोभन और रवि योग बन रहे हैं
वाराणसी। इस साल माघ पूर्णिमा का व्रत और स्नान-दान अलग-अलग दिन है। माघ पूर्णिमा का व्रत पहले होगा और माघ पूर्णिमा का स्नान-दान उसके बाद के दिन होगा। दरअसल, पूर्णिमा के व्रत में चंद्रमा की पूजा और अर्घ्य देने की मान्यता है, उसके बिना व्रत पूर्ण नहीं होता है। वहीं पूर्णिमा का स्नान और दान उदयातिथि में करने का विधान है। किसी भी माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पूर्णिमा व्रत और स्नान-दान होता है।
पंचांग के अनुसार, इस साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 23 फरवरी शुक्रवार को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से प्रारंभ होगी। इस तिथि का समापन 24 फरवरी शनिवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर होगा।
माघ पूर्णिमा व्रत किस दिन है? पूर्णिमा तिथि में चंद्रोदय के समय के आधार पर माघ पूर्णिमा का व्रत 23 फरवरी शुक्रवार को रखा जाएगा क्योंकि 24 फरवरी को चंद्रोदय फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि में होगा। इस वजह से व्रत 23 फरवरी को रखकर पूर्णिमा तिथि में ही उस शाम चंद्रमा की पूजा की जाएगी।
माघ पूर्णिमा व्रत का चंद्रोदय समय : माघ पूर्णिमा के व्रत वाले दिन चंद्रोदय शाम 05 बजकर 17 मिनट पर होगा। उस समय से ही चंद्रमा की पूजा करके अर्घ्य दिया जाएगा।
शोभन और रवि योग में माघ पूर्णिमा व्रत : 23 फरवरी को माघ पूर्णिमा व्रत के दिन शोभन और रवि योग बन रहे हैं। रवि योग प्रात: 06:53 एएम से शाम 07:25 पीएम तक है। उस दिन शोभन योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 12:48 बजे तक रहेगा। रवि योग में माघ पूर्णिमा व्रत की पूजा होगी। उस दिन अश्लेशा नक्षत्र 07:25 पीएम तक है।
माघ पूर्णिमा व्रत का मुहूर्त : माघ पूर्णिमा व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त 05:12 एएम से 06:02 एएम तक है, वहीं अभिजीत मुहूर्त 12:12 पीएम से 12:57 पीएम तक है।
माघ पूर्णिमा का स्नान और दान कब है? इस बार माघ पूर्णिमा का स्नान और दान 24 फरवरी शनिवार को होगा क्योंकि उदयातिथि उस दिन ही प्राप्त हो रही है। माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त से स्नान और दान प्रारंभ हो जाएगा। माघ पूर्णिमा के दिन का ब्रह्म मुहूर्त 05:11 एएम से 06:02 एएम तक है।
माघ पूर्णिमा के दिन मघा नक्षत्र सुबह से लेकर रात 10:20 बजे तक है। वहीं अतिगंड योग सुबह से दोपहर 01:35 पीएम तक है, फिर सुकर्मा योग प्रारंभ हो जाएगा। माघ पूर्णिमा के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:12 पीएम से 12:57 पीएम तक है। उस शाम चन्द्रोदय 06:12 पीएम पर होगा और चन्द्रास्त अगले दिन सुबह 06:54 एएम पर होगा।
माघ पूर्णिमा का महत्व : माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती मनाई जाती है। माघ पूर्णिमा को पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद दान करने से पाप मिटते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा को व्रत रखकर सत्यनारायण भगवान और चंद्रमा की पूजा करते हैं। माघ पूर्णिमा के दिन प्रयागराज के संगम में आस्था की डुबकी लगाते हैं।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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