लोकसभा चुनाव 2024 की लड़ाई- बिजली पानी शिक्षा पर आई

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल शून्य करने पर काम शुरू

रूफटॉप सोलर योजना- भारत में एक करोड़ घरों के छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना से शून्य बिजली बिल का मार्ग प्रशस्त होगा- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया

किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश भारत में लोकसभा चुनाव 2024 की बिगुल करीब-करीब बज ही गया है। मेरा मानना है कि करीब अप्रैल 2024 में संभावित सात चरणों में लोकसभा चुनाव शुरू होंगे इसका अंदेशा इसी से लगाया जा रहा सकता है कि, केंद्र सरकार द्वारा कुछ समय से लाखों हजारों करोड रुपए की योजनाओं का पिटारा खोला जा रहा है। विशेष रूप से अंतरिम बजट 2024 में बिजली जो हर व्यक्ति के जीवन का जरूरी अंग बन गया है उसके बारे में रूफटॉप सोलर योजना के बारे में कहा गया है, जिसका उल्लेख माननीय पीएम ने 22 जनवरी 2024 को पीएम सूर्योदय योजना शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता कर एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसे अब बजट 2024 में उतारा गया है, इसी का उल्लेख माननीय पीएम ने दिनांक 4 फरवरी 2024 को असम के गुवाहाटी दौरे पर 11 हज़ार करोड़ की योजनाओं की घोषणा करते हुए देशवासियों के घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल 300 यूनिट तक शून्य करने पर काम शुरू होने की बातें कही।

बता दें यह बिजली पानी, शिक्षा फ्री करने की दूर की कौड़ी अन्ना हजारे आंदोलन से लेकर शुरू हुई थी, जिसे कर्मठ कार्यकर्ता दिल्ली के सीएम ने पहली बार दिल्ली में फिर पंजाब में भी उतार कर काफी प्रशंसा बटोरी थी। अब हर राज्य व केंद्र सरकार बिजली, शिक्षा, पानी फ्री करने पर सर्वाधिक तेजी से काम कर रहे हैं। यानें इस मुद्दे को राजनीतिक दलों द्वारा लपकना जनता के लिए काफी फायदेमंद सौदा साबित हुआ है। इसलिए रूफटॉप सोलर योजना को एक करोड़ घरेलू उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का काम तेजी से शुरू होगा। मेरा मानना है कि लोकसभा चुनाव 2024 की कवायत अब जीतने के लिए नहीं बल्कि रिकॉर्ड 400 प्लस सीटें बनाने के लिए की जा रही है, क्योंकि जीतना तो करीब निश्चित हो चुका है पर देखना यह है कि 400 प्लस और 50 फ़ीसदी से अधिक वोटिंग का टारगेट होता है या नहीं। चूंकि आज पीएम ने फिर 300 यूनिट्स बिजली बिल शून्य पर काम शुरू होने की बात कही है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, रूफटॉप सोलर योजना भारत में एक करोड़ घरों के छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने से शून्य बिजली बिल का मार्ग प्रशस्त होगा।

साथियों बात अगर हम रूफटॉप सोलर पैनल और सब्सिडी की करें तो, यह घर की छत पर लगाए जाते हैं। इन पैनलों में सोलर प्लेट लगी होती है। यह ऐसी तकनीक है जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा सोखकर बिजली प्रोड्यूस करती है। पैनल में फोटोवोल्टिक सेल्स लगे होते हैं जो सौर ऊर्जा को बिजली में तब्दील कर देते हैं। यह बिजली वही काम करती है जो पावर ग्रिड से आई बिजली करती है। 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगाने पर 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। 10 किलोवाट के पैनल लगाते हैं, तो सरकार आपको 20 प्रतिशत सब्सिडी देगी। रूफटॉप सोलर योजना के तहत सब्सिडी 31 मार्च 2026 तक दी जाएगी। सरकार का लक्ष्य से पीछे रह जाने का एक कारण कोविड-19 महामारी के कारण आई काम में रुकावट रहा था। हालांकि, उससे पहले भी सोलर पावर की ग्रोथ तय टारगेट के हिसाब से तेज नहीं रही थी। सरकार का रूफटॉप सोलर सिस्टम्स के लिए 40 गीगावॉट का लक्ष्य अब 2026 तक हासिल किया जाना है। 1 करोड़ परिवारों को मिलेगी सुविधा, जानें इसे लगवाने की प्रोसेस, रूफटॉप सोलर से हर महीने 300 यूनिट तक फ्री बिजली :1 करोड़ परिवारों को मिलेगी सुविधा, 1 फरवरी को पेश हुए अंतरिम बजट में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए नई घोषणा हुई। बता दें 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल रूफटॉप स्कीम के तहत 2022 तक देश में 100 गीगावॉट सोलर पावर इंस्टॉल करने का टारगेट रखा था।

यह उस समय के मौजूदा लक्ष्य से पांच गुना ज्यादा था। इस कैपेसिटी का चालीस प्रतिशत यानी 40 गीगावॉट-ग्रिड से जुड़े सोलर रूफटॉप सिस्टम्स से लाने का टारगेट था। सरकार का 2022 के लिए 100 गीगावॉट का टारगेट लंबे अंतर से चूक गया। रूफटॉप इंस्टॉलेशन का टारगेट भी पूरा नहीं हो सका है। पिछले साल के आखिरी में देश में टोटल सोलर इंस्टॉल कैपेसिटी 73.3 गीगावॉट तक पहुंच गई थी, जिसमें ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर सिस्टम्स का योगदान लगभग 11 गीगावॉट था रूफटॉप सोलर सिस्टम से 8 रुपए प्रति दिन में 25 साल तक मिलेगी बिजली, अगर हमारा बिजली बिल 2,500 से 3, हज़ार के बीच आता है तो 3KW के सोलर प्लांट से आपके पूरे घर की बिजली की पूर्ती हो सकती है। सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, 3KW के प्लांट के लिए प्रोजेक्ट कॉस्ट करीब 1.26 लाख रुपए होती है, इसमें से सरकार 54 हजार की सब्सिडी देती है। यानी आपको इस प्लांट को लगाने के लिए करीब 72 हजार रुपए ही खर्च करने होंगे। इस प्लांट की अनुमानित लाइफ 25 साल की है। इस हिसाब से 25 साल की बिजली के लिए हर दिन हमको केवल 8 रुपए खर्च करने होंगे। सोलर पैनल की क्वालिटी और अन्य सर्विसेज के आधार पर कीमत बढ़ भी सकती है। हालांकि, ये कैसे होगा इसके बारे में सरकार ने अभी जानकारी नहीं दी है।

ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम के क्या फायदे हैं?
(1) उपभोक्ता को बिजली बिल में बचत।
(2) छत की खाली जगह का उपयोग, अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता नहीं।
(3) ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन (टी एंड डी) लाइनों की कोई अतिरिक्त आवश्यकता नहीं।
(4) बिजली की खपत और उत्पादन के संतुलित होने से टी एंड डी हानि कम हो जाती है।
(5) टेल-एंड ग्रिड वोल्टेज में सुधार और सिस्टम कंजेशन में कमी।
(6) कार्बन उत्सर्जन में कमी करके दीर्घकालिक ऊर्जा और पारिस्थितिक सुरक्षा।
(7) डिस्कॉम/यूटिलिटी द्वारा दिन के समय पीक लोड का बेहतर प्रबंधन।

साथियों बात अगर हम पीएम सूर्योदय योजना की करें तो, सूर्योदय योजना के तहत सरकार आर्थिक रूप के कमजोर लोगों के घरों पर रूफटॉप सोलर इंस्टॉल करेगी। इससे उनकी खुद की बिजली की जरूरत तो पूरी होगी ही, साथ ही एक्स्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी बेचकर कमाई भी कर सकेंगे। योजना के ऐलान के साथ ही पीएम ने इस कैंपेन के जरिए बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ने की बात कही है। सूर्योदय योजना के तहत 1 करोड़ घरों का टारगेट नया है। हालांकि, घर की छतों पर सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने का काम सरकार पिछले एक दशक से ज्यादा समय से चल रही सरकारी योजना नेशनल रूफटॉप स्कीम के तहत पहले से कर रही है, लेकिन यह प्रोग्राम तय समय से काफी पीछे चल रहा है। पीएम सूर्योदय योजना के फायदे यह योजना ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में मदद करेगी। यह योजना लोगों को बिजली के बिलों में बचत करने में मदद करेगी।यह योजना पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मददगार साबित होगी। पीएम सूर्योदय योजना का उद्देश्य सोलर रूफटॉफ इंस्टालेशन से घरों में बिजली की आपूर्ति करना है, साथ ही अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए अतिरिक्त धन भी प्रदान करना है। पीएम ने 22 जनवरी 2024 को यह घोषणा की थी, अनुरोध किया था कि आवासीय उपयोगकर्ताओं को बड़ी संख्या में छत पर सौर ऊर्जा चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ा राष्ट्रीय अभियान शुरू किया जाए। पीआईबी की 22 जनवरी, 2024 की विज्ञप्ति के अनुसार, भगवान श्री राम के अभिषेक के शुभ अवसर पर अपनी अयोध्या यात्रा के तुरंत बाद, पीएम ने लक्ष्य के साथ पीएम सूर्योदय योजना शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। यह योजना गरीब और मध्यम आय वाले परिवारों को उनके बिजली बिल कम करने में मदद करने के लिए है।

साथियों बात अगर हम पीएम द्वारा दिनांक 4 फरवरी 2024 को असम की गुवाहाटी में एक कार्यक्रम में संबोधन की करें तो उन्होंने कहा कि उनकी सरकार घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल को शून्य पर लाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा-बीते 10 वर्षों में हमने हर घर तक बिजली पहुंचाने का अभियान चलाया। अब बिजली का बिल भी जीरो करने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं। देश में एक करोड़ घरों के लिए छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने से शून्य बिजली बिल प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त होगा।सोलर रूफ टॉप योजना का ऐलान।पीएम मोदी ने कहा- इस साल के बजट में केंद्र सरकार ने रूफटॉप सोलर की बहुत बड़ी योजना का ऐलान किया है। इस योजना के तहत शुरुआत में एक करोड़ परिवारों को सोलर रूफ टॉप लगाने के लिए सरकार मदद करेगी। इससे उनका बिजली का बिल भी ज़ीरो होगा और साथ ही सामान्य परिवार अपने घर पर बिजली पैदा करके, बिजली बेचकर के कमाई भी करेगा।

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि लोकसभा चुनाव 2024 की लड़ाई- बिजली पानी शिक्षा पर आई। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल शून्य करने पर काम शुरू। रूफटॉप सोलर योजना- भारत में एक करोड़ घरों के छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना से शून्य बिजली बिल का मार्ग प्रशस्त होगा।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

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