वाराणसी। सावन में कैसे करें महादेव जी का पूजन, आइए जानते हैं सब कुछ।
प्रथम पूजा विधि :
प्रथम ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठें।
पूरे घर की सफाई कर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
गंगा जल या पवित्र जल पूरे घर में छिड़कें।
घर में ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान शिव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें, अथवा किसी भी शिवालय में जाये।
पूरी पूजन तैयारी के बाद निम्न मंत्र से संकल्प लें :
‘मम क्षेमस्थैर्यविजयारोग्यैश्वर्याभिवृद्धयर्थं शिव पूजन अहम् करिष्ये’
इसके पश्चात निम्न मंत्र से शिव जी का ध्यान करें :
ध्यायेन्नित्यंमहेशं रजतगिरिनिभं चारुचंद्रावतंसं रत्नाकल्पोज्ज्वलांग परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम्।
पद्मासीनं समंतात्स्तुतममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं विश्वाद्यं विश्ववंद्यं निखिलभयहरं पंचवक्त्रं त्रिनेत्रम्॥
ध्यान के पश्चात ‘ॐ नमः शिवाय’ तथा ‘ॐ शिवायै’ नमः’ से शिव और पार्वती जी और शिव पंचायत का षोडशोपचार पूजन करें।
अपार धन प्राप्ति के लिए सोमवार के दिन यह मंत्र जपें :
मंत्र- मन्दारमालाङ्कुलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।।
श्री अखण्डानन्दबोधाय शोकसन्तापहारिणे।
सच्चिदानन्दस्वरूपाय शंकराय नमो नम:॥
इस मंत्र का पाठ करने के बाद भगवान शिव को घी, शकर, गेंहू के आटे से बने प्रसाद का भोग लगाएं।
तत्पश्चात धूप, दीप से आरती करके प्रसाद वितरण करें।
इसके बाद स्वयं प्रसाद ग्रहण करके फलाहार या भोजन ग्रहण करें।
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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