कोलकाता। पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीबीआई कोर्ट के न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती को धमकी भरा पत्र देने के आरोप में एक वकील सुदीप्त रॉय को गिरफ्तार किया गया है। वकील ने ममता के करीबी और टीएमसी के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल को जमानत देने की मांग की थी। वकील ने धमकी भरे पत्र में कहा कि अगर ममता बनर्जी के करीबी अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं दी गई तो जज और उसके परिवार को NDPS मामले में फंसा दिया जाएगा। बता दें कि NDPS का मामला नशीले पदार्थों के सेवन करने, इसे बनाने, खरीद-बिक्री करने के खिलाफ लगाया जाता है। उसे नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 कहते हैं। इसे शॉर्ट में NDPS एक्ट कहा जाता है।
पशु तस्करी मामले में सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को 11 अगस्त को गिरफ्तार किया था। उसके बाद अनुब्रत को आसनसोल की सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया था। अनुब्रत को फिर 24 अगस्त को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पहले अनुब्रत के वकीलों ने अनुब्रत मंडल को मेडिकल ग्राउंड पर जमानत की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए, कोर्ट ने अनुब्रत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब उन्हें 7 सितंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आसनसोल एसपीएल सीबीआई कोर्ट के जज राजेश चक्रवर्ती ने दावा किया था कि उन्हें मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार अनुब्रत मंडल मामले में धमकी मिली है। जस्टिस चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें अनुब्रत मंडल को जमानत की मांग वाला धमकी भरा पत्र मिला है। इसमें कहा गया है कि अनुब्रत को जमानत नहीं दी गई तो उनके परिवार को एनडीपीएस केस में फंसाया जाएगा। बता दें कि टीएमसी बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में कल उनसे सीबीआई दफ्तर में पूछताछ भी हुई थी।