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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा बीत जाने के बाद कोजागरी पूर्णिमा को पूरे राज्य में लक्ष्मी (लक्खी) पूजा की परंपरा रही है। उसी के मुताबिक आज रविवार को यहां लोग अपने घरों में देवी लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से उऩकी आराधना कर सुख और सौभाग्य की कामना करते हैं। लक्खी पूजा की वजह से बजार में रौनक है। नियमानुसार मां लक्खी को खिचड़ी, फल और सब्जियां भोग के तौर पर चढ़ाए जाते हैं। इसके अलावा नारियल, मिठाई आदि भी चढ़ाये जाते हैं।
इसकी वजह से पिछले दो दिनों से बाजार में फल और सब्जियों की कीमतें बढ़ी हुई हैं। सुबह से ही हावड़ा, सियालदह, जादवपुर, बड़ा बाजार, दमदम और कांकुड़गाछी जैसे बड़े बाजारों में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है जो महालक्ष्मी की पूजा के लिए अलग-अलग सामान खरीद रहे हैं। बाजारों के साथ-साथ घरों में भी रौनक देखी जा रही है। बंगाली समुदाय का एक खास तबका अपने घरों में बड़ी श्रद्धा से भगवती लक्ष्मी की आराधना करता है।