कुणाल घोष ने आरजी कर मामले में CBI की भूमिका पर उठाए सवाल

कोलकाता। आरजी कर मामले में सीबीआई द्वारा 490 दिनों के भीतर चार्ज शीट दाखिल न करने के कारण आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को अदालत ने जमानत दे दी है, जिस पर अब सवाल उठ रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने सीबीआई की भूमिका पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कुणाल घोष ने आरजी कर घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को फांसी देने की मांग की।

उन्होंने कहा, “इस दुखद घटना के बाद, कोलकाता पुलिस ने मुख्य आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया था।

जो लोग पहले सीबीआई की मांग कर रहे थे, अब उन्हें समझ आ गया होगा कि सीबीआई क्या करती है।

अगर कोलकाता पुलिस को इस मामले की जांच का जिम्मा मिलता, जैसा कि कुलटाली और फरक्का में देखा गया, तो मुकदमा अब तक पूरा हो चुका होता और दोषियों को मौत की सजा मिल चुकी होती।”

इस मामले को लेकर तृणमूल नेता की तीखी प्रतिक्रिया सीबीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, जो अब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है।

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