कोलकाता। पश्चिम बंगाल में डेंगू के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। विशेष करके कोलकाता महानगर में डेंगू ने महामारी का रूप धारण कर लिया है। राजधानी कोलकाता में बढ़ते डेंगू के कहर के बीच कोलकाता नगर निगम के मेयर और राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा है कि निगम के पास फिलहाल सफाई करने के लिए पर्याप्त कर्मचारी नहीं है। फिरहाद हकीम डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के दौरान ये बातें कहीं। डेंगू से सतर्क रहने को लेकर उन्होंने कोलकाता के चेतला इलाके में प्रचार-प्रसार किया था।
इसके बाद कोलकाता नगर निगम अंतर्गत 106 नंबर वार्ड में जागरुकता अभियान में मेयर लोगों को सचेत करते नजर आए। उनके साथ जादवपुर के विधायक भी मौजूद थे। मेयर ने कहा कि कोलकाता शहर में करीब 177 बड़े पैमाने पर खाली प्लॉट हैं। जिसमें गंदा कचरा भरा हुआ है।
हालांकि कई बार इसकी सफाई कराई जा चुकी है, लेकिन क्षेत्र के लोगों ने पक्की जमीन को फिर से कचरे से भर दिया है। कोलकाता नगर निगम के पास विशेष रूप से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन या पैंजरेंसी सेवाओं में इतने लोग नहीं हैं जो बार-बार कचरे की भूमि को साफ करेंगे। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। उन्हें स्वच्छता पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। कूड़े का निस्तारण निर्धारित स्थान पर ही करना चाहिए।
ऐसा मिलकर सभी को करना होगा तभी कोलकाता डेंगू मुक्त हो पाएगा। मेयर फिरहाद हाकिम ने यह भी कहा कि कोलकाता शहर के लोगों के जीवन की रक्षा के लिए कोलकाता नगर पालिका और राज्य सरकार की ओर से पिछले फरवरी से डेंगू को नियंत्रित करने का काम किया जा रहा हैं और हम इसे आगे भी जारी रखेंगे।
इस बीच, राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने मेयर की इस पहल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल डेंगू को लेकर ड्रामा कर रहा है। हालांकि, फिरहाद ने उस बयान का खंडन किया। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा डेंगू और कोरोना के मामले उत्तर प्रदेश में हैं। त्रिपुरा में भी कई लोग डेंगू से प्रभावित हुए हैं। तो क्या यह मान लिया जाए कि भाजपा शासित राज्यों की सरकार और वहां की नगर पालिकाएं ड्रामा कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि दरअसल भाजपा सभी मुद्दों पर ड्रामा करती है। डेंगू कम नहीं होगा।