कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) कोरोना संकट के दौरान नगर निकाय द्वारा संचालित क्लीनिकों में काम पर नहीं आने वाले चिकित्सा अधिकारियों को बर्खास्त करने पर विचार कर रहा है। निगम के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। केएमसी के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने इस संबंध में महापौर फरहाद हाकिम को पत्र लिखकर बर्खास्तगी की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
उपमहापौर अतिन घोष ने कहा कि लगभग 30 प्रतिशत चिकित्सा अधिकारी और पैरामेडिकल कर्मचारी केएमसी द्वारा संचालित क्लीनिकों में काम पर नहीं आ रहे हैं। केएमसी में 114 वार्ड हैं और हर वार्ड में एक क्लीनिक है, जिनमें एक डॉक्टर और पैरामेडिकल का एक कर्मचारी होता है।इससे पहले घोष ने 21 अप्रैल को महापौर के सामने संकट की इस घड़ी में काम पर नहीं आने वाले ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव रखा था।
साथ ही उन्होंने सुझाव दिया था कि ये कर्मचारी जितने दिन अनुपस्थित रहे, उनकी उतने दिन की तनख्वाह रोक ली जाए। हालांकि, चिकित्सा अधिकारियों के लगातार अनुपस्थित रहने पर मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने 25 अप्रैल को महापौर को पत्र लिखकर ऐसे लापरवाह डॉक्टरों को बर्खास्त करने की अनुमति मांगी है।