Kolkata Desk: एमआर बांगुर अस्पताल को नीति आयोग द्वारा देश के सर्वश्रेष्ठ जिला अस्पताल के रूप में मान्यता दी गई है। एक समय यह अस्पताल खंडहर होता जा रहा था। फिर धीरे धीरे पिछले दस वर्षों में इसका काया पलट होना शुरु हुआ, और अब नीति आयोग द्वारा एमआर बांगुर को देश के सर्वश्रेष्ठ जिला अस्पताल के रूप में मान्यता मिली है। हालांकि सरकारी अस्पतालों की सेवा के संबंध में विरोधियों की शिकायत हमेशा ही होती आई है।
अभी कोरोना की स्थिति में यह शिकायत और ज्यादा हो रही है। इस बीच एमआर बांगुर अस्पताल ने देश के सर्वश्रेष्ठ जिला अस्पतालों का खिताब अपने नाम कर लिया है। नीति आयोग ने देश भर के जिला अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर एक सर्वेक्षण किया। 2018-19 के उस सर्वे में एमआर बांगुर ने बेस्ट का खिताब जीता है। सोमवार शाम को नीति आयोग ने राज्य सरकार को यह खबर दिया।
बांगुर अस्पताल ने कोरोना के दौरान अपने सीमित इंफ्रास्ट्रक्चर से असंभव को संभव कर दिखाया है। जहां बार-बार मरीजों को अन्य अस्पतालों से भगाए जाने के आरोप लगते रहे हैं, वहीं बांगुर के मामले में ऐसा कम ही हुआ है। कोरोना के समय दूसरे वार्डो से कोरोना वार्ड को बिल्कुल अलग कर दिया गया।
पिछले दस वर्षों में इस अस्पताल का धीरे धीरे काया पलट हुआ है। हालांकि, उल्लेखनीय यह भी है कि नीति आयोग ने बांगुर अस्पताल को कोरोना से निपटने के लिए यह पुरस्कार नहीं दी है, बल्कि इस अस्पताल ने पिछले दो वर्षों में जिस तरह से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की है और कर रहे हैं, उसी की नीति आयोग द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है।