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कोलकाता: 26 जुलाई को शहर भर में टैक्सी और ऐप कैप पर सेवा बंद रहेगी। टैक्सी किराया वृद्धि और ऐप कैप मैनेजमेंट के कई फैसलों के खिलाफ चालकों की तरफ से परिवहन भवन अभियान करने का फैसला लिया गया है। इस अभियान के विषय में कोलकाता ऐप ऐप ऑपरेटर्स फोरम एवं वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स कोऑर्डिनेशन कमेटी ने जानकारी दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके पहले 13 जुलाई को संगठन की तरफ से एक जनसभा का आयोजन किया गया है। बता दें कि इसके पहले संगठन के सदस्यों ने शहर में दो जगह विरोध प्रदर्शन किया था। दावा है कि जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं ऐसे में पुराने किराए में टैक्सी चलाना संभव नहीं है।
टैक्सी का किराया जल्द से जल्द बढ़ाना होगा। इसके साथ ही ऐप कैप मैनेजमेंट के खिलाफ कैब चालकों का गुस्सा है। एप कैब चालकों का दावा है कि उन्हें विभिन्न तरीकों से परेशान किया जा रहा है। संगठन की तरफ से नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि चालकों के लिए हमें हर लड़ाई लड़नी होगी। परिवहन भवन अभियान के दिन शहर की सड़कों पर कोई भी टैक्सी और ऐप कर नहीं दिखेंगी।
गौरतलब हो कि कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए ऐसे ही 15 जुलाई तक राज्य सरकार ने कड़ी पाबंदियां लागू की है। बावजूद लोगों की समस्याओं को देखते हुए काफी संख्या में टैक्सी और एक कैब चल रही हैं। प्राइवेट बसें और ऑटो 50 फ़ीसदी यात्रियों के साथ कोरोनावायरस ओं को मानते हुए चल रही हैं।
वही बस मालिक का आरोप है कि बगैर किराया बढ़ाए इस प्रकार 50 फ़ीसदी यात्रियों के साथ बसें नहीं चलाई जा सकती। ऐसे में बस संगठनों की तरफ से किराया में वृद्धि की दावी को लेकर अभी ठीक प्रकार से बसें सड़कों पर नहीं उतरी हैं।
हालांकि राज्य परिवहन मंत्री की तरफ से यह साफ निर्देश दिया गया कि पहले बसों को रास्तों पर उतारे उसके बाद किराया वृद्धि के बारे में बात की जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार के कड़ा रुख अपनाने के बाद बस मालिक संगठनों ने नरमी दिखाई है। ऐसे में बस मालिकों के नरमी के बाद अब टैक्सी चालकों ने कड़ा रुख अपनाया है।