खड़गपुर, संवाददाता : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत कोलाघाट प्रखंड के कई ग्राम पंचायत क्षेत्र पिछले मानसून के करीब तीन से चार महीने से पानी में डूबे हुए थे नतीजतन, जलमग्न ग्रामीण सड़कें जर्जर हो गई हैं। सड़क मार्ग से साइकिलें, मोटरसाइकिलें गुजरे जमाने की बात हो गई हैं, पैदल चलना अब मुश्किल हो गया है। .हालांकि पानी उतरे एक माह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन न तो ग्राम पंचायत/पंचायत समिति और न ही जिला परिषद ने अभी तक सड़कों की मरम्मत शुरू नहीं की है।
ऐसे में आज “कोलाघाट प्रखंड सड़क विकास संघर्ष समिति” ने प्रखंड के बीडीओ को ज्ञापन जारी कर क्षतिग्रस्त सड़कों की अविलंब मरम्मत कराने की मांग की है। ज्ञापन में कुछ सड़कों के नाम का भी जिक्र है, जो बेहद खराब स्थिति में हैं। इनमें सिद्ध-1 ग्राम पंचायत की टोपा ड्रेनेज नहर उत्तर ज़िनाडा अश्वथबटाला से लेकर बॉम्बे रोड के किनारे राशन की दुकान, वृंदावनचक ग्राम पंचायत के चपड़ा स्लुइसगेट से डिंडा पारा, डेरियाचक ग्राम पंचायत के सपुआ जनपद तक, कुमारचक आदि तक।
सड़क विकास संघर्ष समिति के सचिव नारायण चंद्र नायक ने शिकायत की कि छात्रों सहित लोगों का सड़कों पर आना-जाना और घर से विभिन्न सामानों की ढुलाई एक विकट समस्या बनती जा रही है। सबसे बड़ी समस्या मरीजों की आवाजाही है। यदि इस संबंध में तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो पीड़ित लोग एक बड़े आंदोलन को शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।