वाराणसी। आप जानते ही हैं की महादेव स्वयं सर्प को अपने गले में धारण करते हैं। ऐसे में आपको शीघ्र महादेव की शरण में जाना चाहिए। सोमवार के दिन उनकी विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा मिलेगी और काल सर्प दोष का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता जाएगा।
सोमवार के दिन 108 दाने वाली रुद्राक्ष की माला लेकर ऊँ नमः शिवाय मंत्र का विषम संख्या 5,7,9 या 11 में जाप करने से इस दोष का असर कम होने लगता है।
पूजा पद्धति के अनुसार काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए आप पूर्ण विधि विधान से पांच वर्ष लगातार रुद्राभिषेक करा सकते हैं। ऐसा करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होकर आपकी यह बाधा को दूर कर देंगे।
प्रदोष का दिन भगवान शिव को सबसे प्रिय होता है। आप इस दिन महादेव की विशेष पूजा-अर्चना एवं व्रत रख कर इस दोष से राहत पा सकते हैं।
मोर पंख अपने पास रखे और रूम में लगाए और इसकी हवा अपने शरीर में करे रात में सोने के पूर्व।
गणेश जी को प्रति दिन दूर्वा अर्पित करे और गणेश मंत्र का जप भी करे।
केसर हल्दी चन्दन का पाउडर मिलाकर रखे और गले, नाभि, वा गले के पीछे रोज लगाए लाभ प्रद रहेगा।
माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र में बड़ी शक्ति होती है। आप इसका सवा लाख जप पूजा करा के काल सर्प दोष से मुक्ति पा सकते हैं।
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ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो 99938 74848
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