वाराणसी। माणिक्य सूर्य का रत्न है। इसको धारण करने के संबंध में कुंडली में सूर्य की स्थिति को देखा जाता है। बेहतर होता है कि किसी जानकार ज्योतिषाचार्य की सलाह लेने के बाद ही माणिक्य धारण करें। इसे धारण करने से भाग्योदय होता है। शत्रुओं का नाश होता है। पदोन्नति होती है। समाज में प्रतिष्ठा बढती है। जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य शुभ भाव में स्थित हो उसे ही माणिक्य धारण करना चाहिए।
-माणिक रक्तवर्धक, वायुनाशक और पेट रोगों में लाभकारी सिद्ध होता है। यह मानसिक रोग एवं नेत्र रोग में भी फायदा करता है। माणिक धारण करने से नपुंसकता नष्ट होती है।
-इसे धारण करने से दूषित विचारों को नियंत्रित करने में सफलता मिलती है। धार्मिक आस्था एवं पद-प्रतिष्ठा का लाभ मिलता है।
-माणिक्य में यह खूबी है कि यह आने वाली संकट की सूचना पहले दे देता है।
-माणिक्य के विषय में मान्यता है कि जो व्यक्ति इसे धारण करता है वह अगर गंभीर रूप बीमार होने वाला होता है तो इसका रंग फीका हो जाता है।
-अगर व्यक्ति की मृत्यु होने वाली होती है तो करीब तीन महीने पहले से माणिक्य का रंग सफेद होने लग जाता है।
-माणिक्य के विषय में यह भी मान्यता है कि पति-पत्नी दोनों अगर इसे धारण करते हैं तो पत्नी के बेवफाई करने पर पति द्वारा धारण किये गये माणिक्य का रंग फीका पड़ जाता है।
-ठीक इसी तरह पति बेवफाई करे तो पत्नी द्वारा धारण किये गये माणिक्य का रंग फीका पड़ जाता है।
-माणिक्य में रक्त संबंधी रोगों को दूर करने की क्षमता है। तपेदिक से पीड़ित व्यक्ति अगर इसे धारण करे तो चिकित्सा का लाभ तेजी से प्राप्त होता है।
-माणिक कायरता को दूर करने में मदद करता है ऐसे व्यक्तियों के लिए जो स्वयं को सुनने में मुश्किल पाते हैं, उनके लिए माणिक एक शानदार रत्न है।
-माणिक पत्थर (Ruby stone) उन जोड़ों से पहना जाना चाहिए, जिन्हे अपने रिश्ते को बनाये रखना मुश्किल लग रहा हैं।
-माणिक रत्न पहने हुए व्यक्ति को उनके जीवन में नाम, प्रसिद्धि, लोकप्रियता प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। माणिक रत्न निजी जीवन में रचनात्मकता और आत्मविश्वास उत्पन्न करता है।
-यह रत्न उन व्यक्तियों की मदद करता है जो इंजीनियरिंग, मेडिकल, भूविज्ञानी, वकील, नेताओं, कपड़ा व्यापारी, स्टॉक दलाल क्षेत्र में काम करते हैं।
-यह इस पत्थर के बारे में कहा जाता है कि यह पत्थर पहनने से सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है, जो संबंधों में खुशी, प्रेम और सद्भाव को बढ़ाता है।
-जो व्यक्ति व्यवसायिक समस्याओं का सामना कर रहे है, उन्हें इस पत्थर को पहनना चाहिए क्योंकि यह इस पत्थर के बारे में कहा जाता है कि इस रत्न को पहनने से जीवन में भाग्य और धन आमंत्रित होता है।
-यह कम रक्तचाप, अनियमित दिल की धड़कन या ध्रुमपान, पक्षाघात और सामान्य दुर्बलता का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
-यह रत्न राजनीति और जो उच्च कार्यालय या उच्च पदों में सफलता प्राप्त करने के लिए पहना जाता है।
-खास लोगों के लिए होता है खास रत्न आप भी अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं कुछ पाना चाहते हैं तो रत्न धारण करें।
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ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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