नयी दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास बनाने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और रजत जीतने वाले पहलवान रवि दहिया सहित 11 खिलाड़ियों को देश के शीर्ष खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है जबकि क्रिकेटर शिखर धवन सहित 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार हर वर्ष 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये जाते हैं लेकिन इस बार उसी समय के आसपास टोक्यो ओलम्पिक और पैरालम्पिक होने के कारण पुरस्कारों को दिए जाने में देरी हो गयी।
खेल रत्न के लिए चुने गए खिलाड़ियों में नीरज चोपड़ा, रवि दहिया, हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, फ़ुटबाल कप्तान सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, महिला मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहैन,पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत, सुमित अंतिल, अवनि लेखड़ा, कृष्णा नागर और मनीष नरवाल शामिल हैं। अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए 35 खिलाड़ियों में टोक्यो ओलम्पिक में 41 वर्षों के बाद ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्य जिन्होंने इससे पहले यह पुरस्कार नहीं जीता और सभी पैरालम्पिक पदक विजेता शामिल हैं।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने इन 35 खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश सरकार को की है। खेल रत्न पुरस्कार को पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था लेकिन सरकार ने इस साल इसमें संशोधन कर पुरस्कार का नाम खेल रत्न कर दिया। पुरस्कार में 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाती है। पिछले वर्ष पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था लेकिन ओलम्पिक और पैरालम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बदौलत यह संख्या इस बार 11 पहुंच गयी है।
नीरज ने टोक्यो में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था। वह एथलेटिक्स में ओलम्पिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने थे। चयन समिति ने इस बार 35 नामों की अर्जुन पुरस्कार के लिए सिफारिश की है जो पिछले साल के मुकाबले आठ ज्यादा हैं। इन नामों में बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का नाम भी शामिल है जो संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे टी 20 विश्व कप की भारतीय टीम में शामिल नहीं हैं।