खेजुरी : सागर किनारे बही काव्य सरिता…!!

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खेजुरी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का काव्य महोत्सव आयोजित किया गया। “खेजुरी सैकते साहित्य पत्रिका ” द्वारा आयोजित इस काव्य महोत्सव में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवियों एवं लेखकों की साहित्यिक पुस्तक ‘महामानवेर सागर तीरे’ एवं काव्य पुस्तक ‘खेजुरी इतिहास का एकनाम’ का लोकार्पण किया गया।

इसके साथ ही कई अन्य पुस्तकें प्रकाशित कीं गई , जिनमें खेजुरी सैकते साहित्य पत्रिका के संपादक श्रीमंत दास की काव्य पुस्तक ‘मनेर कैनवासे’: सह-संपादक समुधव दास की काव्य पुस्तक ‘मनेर ख्याले’ और कोषाध्यक्ष सुभाष चंद्र मंडल का उपन्यास ‘सौदामिनी’ शामिल हैं।

Khejuri: The poetic stream flowing on the sea shore...!!

इस काव्य महोत्सव के अध्यक्ष प्रदीप कुमार माईती ने खेजुरी आदर्श विद्यापीठ में महोत्सव का उद्घाटन किया। इस महोत्सव में देश के मशहूर कवि और लेखक मौजूद थे।

कमल दे सिकदर, वरुण चक्रवर्ती, जयदीप चट्टोपाध्याय और सुशांत घोष की तरह भारत के विभिन्न राज्यों से करीब 300 कवि मौजूद थे।

संपूर्ण खेजुरी समुद्र तट भूमि क्षेत्र भारत के पहले डाकघर और उसके कार्यालय, अंग्रेजी काल के बंगले, ब्रिटिश कब्रिस्तान, प्रकाशस्तंभ, पंचुरिया समुद्र तट भूमि, भीमेश्वर मंदिर, हिजली मसनद ई वाला और रसूलपुर नदी मुहाना जैसे प्राचीन विरासत स्थलों का घर है।

यात्रा के बाद, सभी लोग काव्य चर्चा के लिए हिजली समुद्र तट पर कुछ देर रुके।दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रभारी प्रख्यात शिक्षक एवं संपादक समुधव दास एवं दुर्गा दास थे।

Khejuri: The poetic stream flowing on the sea shore...!!

समुद्भव दास की प्रतिक्रिया, खेजुरी और नंदीग्राम इलाके में लंबे समय से अशांति बनी हुई है। राजनीति चल रही है। काव्य महोत्सव के माध्यम से शिक्षा, संस्कृति और सौहार्द का वातावरण जागृत कर अशांत माहौल को शांत करने की पहल की गई।

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