तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर: अपना कार्य सभी करते हैं, लेकिन जब इससे आनंद की अनुभूति होती है तो व्यक्ति की कार्यकुशलता बढ़ती है। कौशल विकास का यही मूल मंत्र है। खड़गपुर रेलवे वर्कशॉप में रेल कौशल विकास योजना के शुभारंभ सत्र में यह बात विशेषज्ञों ने कही। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुक्रवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल सभा के माध्यम से इस योजना का उद्घाटन किया। वहीं रेलवे बोर्ड अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने योजना पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। वर्चुअल सभा के माध्यम से देश के कुल 75 प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े सदस्यों से संपर्क किया गया और उन्हें योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया।
खड़गपुर में दक्षिण पूर्व रेलवे के चारों प्रशिक्षण संस्थानों के कुल 139 प्रशिक्षु पहले बैच के चयनित प्रशिक्षु के तौर पर कौशल विकास का 20 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। खड़गपुर में आयोजित सत्र में चीफ मैकेनिकल इंजीनियर (पर्िसिंपल) पी.के. मंडल के दिशा निर्देश पर बीटीसी प्राचार्य पी.एन. भट्टाचार्य तथा सीडब्लयूएम बी.के. रथ व अन्य अधिकारियों ने समूचे कार्यक्रम की निगरानी की। प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए अधिकारियों ने कहा कि यह युग कौशल विकास का है। हर किसी को स्वविकास का अनवरत प्रयत्न करते रहना होगा। तभी हम बढ़ती प्रतिस्पर्धा में टिक पाएंगे।