जम्मू कश्मीर : खग्रास चंद्रग्रहण 16 मई, सन् 2022 ई. सोमवार को लगने वाला है और यह चंद्रग्रहण इस वर्ष का पहला खग्रास चंद्रग्रहण होगा। खग्रास चंद्रग्रहण के विषय में ज्योतिर्विद दैवज्ञ पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री ने बताया सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है। दोनों ग्रहणों का असर सभी प्राणियों पर पड़ता है।
सन् 2022 ई.,16 मई, सोमवार को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए लोगों को इस चंद्रग्रहण से संबंधित बातों जैसे गर्भवती महिलाओं को, सूतक, स्नान, दान, जप, तप, माहात्म्य का कोई विचार नहीं होगा। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे एवं इसका आपकी राशियों पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। चंद्रग्रहण को लेकर परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
भारतीय समय के अनुसार यह खग्रास चंद्रग्रहण श्रीबुद्ध पूर्णिमा के दिन 16 मई सुबह 07 बजकर 58 मिनट पर प्रारंभ होगा। ग्रहण का मध्य सुबह 09 बजकर 42 मिनट पर होगा और इसका समापन सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर होगा। ग्रहण का ग्रासमान – 1:42 होगा और ग्रहण की कुल अवधि 03 घंटे 27 मिनट की होगी। यानी भारत में इस दौरान दिन रहेगी तो यहा पर कहीं चंद्रग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसीलिए जब ग्रहण दिखाई ही नहीं देगा तो इसका प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
कहां-कहां दिखाई देगा यह खग्रास चंद्रग्रहण :
यह चंद्रग्रहण दक्षिणी पश्चिमी यूरोप, केवल पश्चिमी एशिया, सउदी अरब, उत्तरी एवं दक्षिणी अमरीका, मध्य पूर्वी अफ्रीका में दिखाई देगा।
इस दिन श्रीबुद्ध पूर्णिमा भी है इस दिन आप पूजा, पाठ, जप, तप, दान, पुण्य, व्रत आदि कर सकते हैं।
ज्योतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 999387484848