केशपुर : बाल विवाह व मानव तस्करी रोकने में भूमिका के लिए दिल्ली में मिला राष्ट्रीय सम्मान

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। भारत के राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की पहल पर नई दिल्ली के अशोका होटल में गुरुवार और शुक्रवार को मानव तस्करी की रोकथाम पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नोबल पुरस्कार विजेता समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी ने उद्घाटन भाषण दिया। बाल विवाह में उनकी विशेष उपलब्धियों को मान्यता देते हुए इस चर्चा बैठक में भाग लेने के लिए गोलार सुशीला विद्यापीठ, केशपुर प्रखंड, पश्चिम मेदिनीपुर जिला के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार पड़िया को आमंत्रित किया गया था। यहां बाल विवाह रोकने में विशेष भूमिका निभाने के लिए गौर सुशीला विद्यापीठ को सम्मानित किया गया।

गौरतलब है कि इस स्कूल के कन्याश्री क्लब की लड़कियों को बाल विवाह रोकने में विशेष भूमिका निभाने के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा पहले ही सम्मानित किया जा चुका है। साथ ही महाराजपुर उच्च विद्यालय घाटाल के प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र दत्त पश्चिम मेदिनीपुर जिले से इस समारोह में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सुदेशना रॉय और सीआईडी ​​के उपाधीक्षक राशिद अनवर ने पश्चिम बंगाल से पैनल चर्चा में भाग लिया। रूपाली बनर्जी सिंह, सदस्य सचिव, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने स्वागत भाषण दिया और पाइंक कानूनगो, अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने “मुख्य भाषण” दिया।

सम्मानित अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा वर्मा, रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक संजय चंदर आदि उपस्थित थे। संगोष्ठी में विभिन्न राज्यों के पुलिस विभाग के अधिकारी, बाल संरक्षण आयोग के अधिकारी, बीएसएफ, आरपीएफ, एसएसबी के अधिकारी, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के चयनित प्रतिनिधि शामिल हुए। दो दिवसीय चर्चा बैठक में मानव तस्करी रोकथाम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई इस संदर्भ में बाल विवाह रोकथाम को भी विशेष महत्व दिया गया।

गोलार सुशीला विद्यापीठ के प्रधानाध्यापक सुरेश पड़िया राष्ट्रीय चर्चा बैठक में उपस्थित होकर प्रसन्न दिखे क्योंकि विद्यालय को पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने कहा कि इस समारोह में शामिल होकर उनके ज्ञानकोष में वृद्धि हुई है। स्कूल कन्याश्री क्लब की सचिव अर्पिता रॉय, सदस्य बीथि चौधरी, कुलसुमा खातून, मौप्रिया शी और अन्य स्कूल का राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार पाकर खुश हैं। स्कूल के शिक्षक, शिक्षिका, शिक्षण कर्मचारी, छात्र, प्रबंधन सहित पूरे इलाके मैं हर्ष व्याप्त है। गौरतलब है कि चर्चा बैठक में ढाई सौ प्रतिनिधि उपस्थित थे। मानव तस्करी रोकने, बाल विवाह रोकने में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले 30 लोगों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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