बरेली। ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन एवं जिला समारोह समिति के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय संजय गाँधी कम्युनिटी हॉल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विनय सागर जायसवाल ने कहा-
सर भी झुकते हैं लाखों नमन के लिए,
जान देते हैं जो भी, वतन के लिए।
सिर्फ़ नारों से क्या, होगा ऐ दोस्तों,
रौनकें बख़्श दो, अंजुमन के लिए।
दीपक मुखर्जी ने कहा-
अब्दुल तुम्हें क्या हो गया है,
अज्ञान के जंगल में कैसे खो गया है।
लौट आ पुराने आंगन में,
अम्मी और अम्मा तुम्हें बहुत याद कर रही हैं।
रोहित राकेश ने कहा-
कभी न हिले वो बुनियाद चाहिए,
वतन हमेशा ही आबाद चाहिए।
राजकुमार अग्रवाल ने कहा-
दिन ख़ुशी का आज है हिंदोस्तां तेरे लिए,
आज स्वागत में झुका है आसमां तेरे लिए।
शिव रक्षा पाण्डेय ने कहा-
घर घर राष्ट्र ध्वजा फहरायें वाणी से, जन-गण मन गायें।
राष्ट्र प्रेम के कमल खिलायें, राष्ट्र धर्म के दीप जलायें।
जगमग जीवन तंत्र हमारा, अमर रहे गणतंत्र हमारा।
रणधीर प्रसाद गौड़ धीर ने कहा-
जनवरी छब्बीस का मंजर नुमायां हो गया,
हर कली गुल बन गई हर गुल गुलिस्तां हो गया।
गजलराज ने कहा-
मिट्टी के लिए खुद को मिटा क्यों नहीं देते,
मां भारती का कर्ज चुका क्यों नहीं देते।
मनोज दीक्षित टिंकू ने कहा-
भारत के वीरों को है कोटिश: नमन मेरा,
निज प्राण दे कर मेरा भारत बचाएं।
रामकुमार भारद्वाज अफरोज ने कहा-
जिस रोज हमारा ही गणतंत्र हुआ लागू ,
आजाद नये भारत का मान लगा कैसा।
इस अवसर पर भारतेंदु सिंह, राजबाला धैर्य, सरवत परवेज, उमेश त्रिगुणायक, अभिषेक अग्निहोत्री, डॉ. राजेश शर्मा, कुमार जितेन्द्र, असरार नसीमी, रामधनी निर्मल, डॉ. नईम शबाब, आबिदा फातिमा, बाकर जैदी, उपमेंद्र सक्सेना ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को सराबोर कर दिया। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शर्मा टीटू ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर देवेन्द्र रावत, डॉ. सैय्यद सिराज अली, संजय मठ, सुनील धवन, प्रदीप मिश्रा, पवन कालरा, राजीव शर्मा, पूजा कालरा, हरजीत कौर, नीलम वर्मा, गुरप्रीत कौर, रत्ना वर्मा, गोविंद सैनी, मोहम्मद नबी, भूपेन्द्र वर्मा, राजीव लोचन, पंकज शर्मा, अमित कक्कड़, सुबोध शुक्ला, दिलशाद, मिराज, नरेश विश्वकर्मा, शिवम प्रजापति, देवांश वर्मा, अमित आनंद, शिवम प्रजापति, मुकेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि रणधीर प्रसाद गौड़ धीर ने की और मुख्यातिथि रहे शायर विनय सागर जायसवाल विशिष्ट अतिथि रहे शायर असरार नसीमी, भाजपा नेता अनिल कुमार सक्सेना तथा डॉ. अमित संचालन शायर राज शुक्ल गजलराज ने किया। माँ शारदे की वंदना कवयित्री शिव रक्षा पांडेय ने की तथा नाते पाक शायर सरवत परवेज ने पढ़ी।
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