- तीन दिवसीय 24वें राष्ट्रीय ओपन कराटे चैंपियनशिप का रंगारंग उद्घाटन
खड़गपुर ब्यूरो : आप कराटे सीख रहे हैं, भारतवर्ष के एक प्राचीन खेल के साथ रण कौशल की कला को भी आत्मसात कर रहे हैं। यह सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि आपको जीवन में एक बेहतर इंसान बनाने का साधन है। कराटे या मार्शल आर्ट को सीखने के दौरान हम अनुशासन भी सीखते हैं। अनुशासन को पकड़ कर चलने वाला अपने लक्ष्य से कभी भटक नहीं सकता।
जिसने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया, उसकी जीत भी पक्की है। पश्चिम मेदिनीपुर जिले की रेल नगरी खड़गपुर अंतर्गत गिरि मैदान स्थित गीतांजलि सभागार में खड़गपुर युवा कराटे अकादमी के तत्वावधान में गुरुवार की संध्या आयोजित 24वें राष्ट्रीय ओपन कराटे चैंपियनशिप के रंगारंग उद्घाटन समारोह को बतौर विशेष मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पूर्व आपीएस आनंद मिश्रा ने उक्त विचार व्यक्त किए।
इस दौरान अनुशासन व कराटे को लेकर अपने जीवन के अनुभव भी उपस्थित प्रतिभागियों के साथ साझा किए। समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि ग्रिफिंस इंटरनेशल स्कूल के चेयरमैन अभिषेक यादव ने कहा कि खेलकूद हमें जीवन में संतुलन को बनाए रखना सिखाता है।
आज के दौर में बच्चाें व युवाओं के पास धैर्य व अनुशासन की कमी होती जा रही है। खेलकूद में होने वाली हार-जीत हमें जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देती है। इंटरनेट के बढ़ते युग में हमें खेलकूद की ओर लौटने की आवश्यकता है।
संगठन के सचिव आनंद गोस्वामी ने कहा कि तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में सात राज्यों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि बतौर निर्णायक मंडली सदस्य प्रतिभागियों की कला का आकलन करेंगे। शनिवार की शाम पुरस्कार वितरण के साथ टूर्नामेंट का समापन होगा।
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