नयी दिल्ली : उर्दू सहित्य के लिए समर्पित विश्व विख्यात रे़ख्ता फाउंडेशन ने अब हिंदी भाषा और सहित्य के प्रचार प्रसार के लिए ‘हिंदवी’ नाम से एक वेबसाइट को शुक्रवार को लांच किया, जिसमें पिछले 1200 वर्षों की हिंदी कविता को एक डिजिटल प्लेटफार्म पर पेश किया गया है। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने हिंदी के अमर कथा कार मुंशी प्रेमचंद की 140 की जयंती पर इस वेबसाइट को डिजिटल समारोह के जरिये लांच किया।
फेसबुक लाइव के माध्यम से हुए इस समारोह में सुप्रसिद्ध संस्कृति कर्मी एवं लेखक अशोक बाजपाई और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि राजेश जोशी आदि ने भी भाग लिया। आदिकाल से लेकर आधुनिक काल तक की हिंदी कविता से चुने गए 600 कवियों और उनकी 11,000 कविताओं को ‘हिन्दवी’ ने पेश कर एक नया कीर्तिमान बनाया है। उर्दू शाइरी और अदब के सबसे प्रामाणिक और विशाल खज़ाने के बाद रे़ख्ता ़फाउंडेशन का नया उपक्रम है,
जहाँ हिंदी कविता अपने सारे कालो आंदोलनों और विमर्शों के साथ मौजूद है। इसके अतिरिक्त ‘हिन्दवी’ पर 500 से अधिक ई-पुस्तकें और 250 वीडियो भी उपलब्ध हैं। इसमें निरंतर बढ़ोतरी जारी रहेगी। इसके साथ एक आकर्षण कविता में आए शब्दों के अर्थ को कविता-पाठ के समय ही पा लेने का भी है। इसके लिए एक व्यवस्थित ‘शब्दकोश’ को भी ़खास ‘हिन्दवी’ के लिए तैयार किया गया है।
इस अवसर पर हिंदी सिनेमा और कला जगत के लोकप्रिय कलाकार रघुबीर यादव, दिव्या दत्ता, स्वानंद किरकिरे, मानव कॉल, रजत कपूर और लुबना सलीम व अन्य हस्तियां कुछ प्रसिद्ध हिंदी कविताओं ने पाठ भी किया। इस समारोह का लाइव प्रसारण ‘हिन्दवी’ के फेसबुक पेज और ‘रे़ख्ता’ के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर किया गया।