कोलकाता। कलकत्ता हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की बदली हुई नियुक्ति के अनुसार कथित शिक्षा घोटाले से संबंधित मामलों की सुनवाई न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ही करेंगे। यह दूसरी बार है जब अदालत के न्यायाधीशों के लिए मास्टर ऑफ रोस्टर को 33 दिनों के भीतर बदल दिया गया। न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय को वही मामले आवंटित किए गए हैं जिनकी वह पहले सुनवाई कर रहे थे। इससे पहले 26 मई को भी कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम ने अदालत के न्यायाधीशों के लिए एक नए मास्टर ऑफ रोस्टर की घोषणा की थी।
हालांकि बुधवार को प्रकाशित बदले हुए रोस्टर के अनुसार पुलिस से संबंधित मामलों की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा की पीठ को बदल दिया गया था। न्यायमूर्ति मंथा को न्यायमूर्ति सुप्रतिम भट्टाचार्य के साथ एक खंडपीठ में स्थानांतरित कर दिया गया। जस्टिस जय सेनगुप्ता अब पुलिस से जुड़े मामलों की सुनवाई करेंगे। बता दें कि न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय और न्यायमूर्ति मंथा दोनों को हाल ही में विभिन्न मामलों में अपने आदेशों और टिप्पणियों के लिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व की नाराजगी का सामना करना पड़ा था।
जिससे राज्य सरकार के साथ-साथ राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी दोनों के लिए भारी शर्मिंदगी पैदा हुई। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों के खिलाफ व्यक्तिगत हमलों का भी सहारा लिया था, और उन पर विपक्षी राजनीतिक ताकतों की ओर से काम करने का आरोप लगाया था। बुधवार को प्रकाशित नया रोस्टर चार जुलाई से लागू होगा।