वाराणसी। शुक्र या गुरु के तारे के अस्त होने के बाद कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। 28 मार्च को गुरु अस्त हो गए थे जो अब 27 अप्रैल, 2023 को 2 बजकर 27 मिनट पर गुरु ग्रह का उदय हुआ। गुरु का उदय मेष राशि में हुआ। आइए जानते हैं कि किन राशियों को मिलेगा इससे लाभ और होगा भाग्योदय।
मेष राशि : नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पतिदेव आपकी कुंडली के पहले भाव में उचित होंगे। नौवां भाव भाग्य का भाव है। आपको भाग्य का साथ मिलेगा। लंबी यात्रा के योग हैं या विदेश से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। नौकरी में पदोन्नति और व्यापारी हैं तो मुनाफा बढ़ जाएगा।
मिथुन राशि : सातवें और दसवें भाव के बृहस्पति का उदय ग्यारहवें भाव होने जा रहे हैं। आपको अचानक से धन लाभ होगा और अटके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे। व्यापारी हैं तो आर्थिक लाभ अर्जित करने में आप सफल होंगे। करियर और नौकरी की दृष्टि से यह शुभ होने वाला है। संबंधों में और सेहत में सुधार होगा।
कर्क राशि : छठे और नौवें भाव के स्वामी बृहस्पति का दसवें भाव में उदय होगा। भाग्योदय होगा और इसी के चलते करियर, पहचान और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में लाभ होगा। व्यापार में मुनाफा अर्जित करने में सफल होंगे।
सिंह राशि : पांचवें और आठवें भाव के स्वामी बृहस्पति का उदय नौवें भाव में होगा। आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। लंबी दूरी की यात्रा होगी। धर्म कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
धनु राशि : पहले और चौथे भाव के स्वामी बृहस्पति का पांचवें भाव में उदय होगा। धर्म कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी। संतान पक्ष की ओर से शुभ समाचार मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन के योग हैं और करियर में सफलता मिलेगी। व्यापारी हैं तो लाभ कमाने में सफल होंगे।
मकर राशि : तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति का चौथे भाव में उदय होगा। भौतिक सुख सुविधाओं का विस्तार होगा। परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। भाग्य का भरपूर साथ मिलने के कारण नौकरी में अच्छे परिणाम मिलेंगे। रिश्तों में सुधार होगा।
मीन राशि : पहले और दसवें भाव के स्वामी बृहस्पति देव का दूसरे भाव में उदय होगा। धनलाभ अर्जित करने में आप सफल होंगे। प्रॉपर्टी में निवेश करने में लाभ होगा। व्यापारी हैं तो मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848