तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : दुर्गापूजा व महापर्व दशहरा की छुट्टियों की खुमारी अभी उतर भी न पाई थी, कि बिन बुलाए मेहमान सी आ टपकी बारिश ने जनजीवन में फिर भारी खलबली मचा दी। हवा के निम्न दबाव के चलते बदला मौसम का यह मिजाज समाज के उच्च वर्ग जैसे अमीर और सरकारी कर्मचारियों के लिए भले सुहानी साबित हो, लेकिन निर्धनतम खास तौर से रोज कमा कर खाने वालों के लिए बड़ा झटका साबित हुई है, जो त्योहार की छुट्टियों के बाद जनजीवन सामान्य होने की आस लगाए थे।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ही बूंदाबांदी ने रविवार की दोपहर से गति पकड़नी शुरु कर दी। देर शाम से शुरु हुई लगातार मूसलाधार बारिश ने रेलनगरी खड़गपुर समेत जंगल महल के अधिकांश भागों को एक बार फिर पानी-पानी कर दिया। इस परिस्थति में जंगल महल की सोमवार की सुबह वैसी नहीं रही, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। छुट्टियों के चलते अलसाई जिंदगी को आलस्य एक बार फिर अपने आगोश में लेती नजर आई।
वहीं जीने के लिए संघर्ष को मजबूर वर्ग एक बार फिर मौसम की मार से जूझते नजर आए। बारिश का असर केवल शहरी इलाकों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखा गया। क्योंकि देहातों में किसान इन दिनों कटाई से पहले खेतों में खड़ी फसलों की अंतिम देखरेख में जुटे हैं और सामने कई और बड़े त्योहार हैं।