तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : ट्रेनों की कमी से परेशान जंगल महल के यात्रियों ने शनिवार को खड़गपुर-आद्रा संभाग के शालबनी स्टेशन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। खड़गपुर-आद्रा रेलवे पैसेंजर एसोसिएशन के बैनर तले किए गए इस प्रदर्शन के माध्यम से मांगें न माने पर ट्रेनें रोक कर व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी गई। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में वरिष्ठ नेता गोपाल लोधा, एसोसिएशन के महासचिव दुर्गादास दे शालबनी इकाई के सचिव जादब जाना तथा सभा में उपस्थित अन्य लोगों में डी.के.पत्यारी, अनुपम साहा तथा तारकनाथ मोदक शामिल रहे। अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि हाल में ट्रेन परिचालन स्वाभाविक करने की रेल महकमे में कवायद शुरू हुई है। लेकिन जंगल महल इससे वंचित है। शिरोमणि पैसेंजर, खड़गपुर-हटिया पैसेंजर, खड़गपुर-आद्रा पैसेंजर, बांकुड़ा-आसनसोल पैसेंजर तथा विष्णुपुर-धनबाद फास्ट पैसेंजर समेत तमाम ट्रेनें अभी भी बंद है।
कई पैसेंजर ट्रेनों का स्टापेज जंगल महल के छोटे स्टेशनों से हटा दिया गया है। जिससे इस गरीब और पिछड़े क्षेत्र के लोगों को भीषण परेशानी झेलनी पड़ रही है। कमाल की बात है कि बड़े शहरों में रेल परिचालन स्वाभाविक की जा रही है, वहीं इस पिछड़े क्षेत्र के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। हाल यह है कि इस इलाके के गरीब लोगों को कोलकाता जाने के लिए मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है। कम से कम एक दिन पहले रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह कि कोलकाता जाने वाले जंगल महल के लोगों की यदि किसी वजह से शाम की पुरुलिया एक्सप्रेस छूट जाए तो उनके लिए घर लौटना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि कोई ट्रेन नहीं है। एसोसिएशन की ओर से डीआरएम आद्रा को ज्ञापन प्रेषित किया गया। मांगें न माने जाने पर ट्रेनें रोक कर व्यापक आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी गई।