खड़गपुर। मेदिनीपुर शहर के नगर चौक निवासी अनुप्रास पहाड़ी ने मेदिनीपुर साइकिल लवर्स ग्रुप के हाथों वेस्ट मेदिनीपुर केबीआरएम (बीआरएम) को सुपर रैंडोन्यूर्स का एक और खिताब दिलाया। वो भी महज 19 साल की उम्र में। बहुत कम भारतीय साइकिल चालकों ने इतनी कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल की है। अनुप्रास अभी सेकेंड ईयर का छात्र है। वे मेदिनीपुर जिले के तीसरे सुपर रैंडनर हैं। इससे पहले मेदिनीपुर साइकिल लवर्स ग्रुप के गौतम महतो और संतू रॉय ने यह खिताब अपने नाम किया था। बीआरएम का पूरा नाम है– “ब्रेवेट्स डी रैंडोनियर्स मोंडियाक्स।
सीधे शब्दों में कहें तो यह वास्तव में लंबी दूरी का साइकिलिंग खेल है। 200 किमी, 300 किमी, 400 किमी और 600 किमी की साइकिलिंग एक निश्चित समय सीमा के भीतर करनी होती है। यह आयोजन शारीरिक और मानसिक क्षमता की अंतिम परीक्षा है और सभी चार स्पर्धाओं को एक सीजन (नवंबर-अक्टूबर) में पूरा करने से सुपर रैंडोनर्स का खिताब मिलता है। बीआरएम वर्तमान में पेरिस, फ्रांस के आडक्स क्लब पैरिसियन की देखरेख में 40 से अधिक देशों में आयोजित किया जाता है।
भारत में इसका प्रबंधन ऑडेक्स इंडिया रैंडोन्यूअर्स द्वारा किया जाता है। कोलकाता में सीएनजी (साइकिल नेटवर्क ग्रो) नामक एक साइकिलिंग समुदाय बीआरएम का आयोजन निकाय है। अनुप्रास को आंख की थोड़ी समस्या है। उच्च शक्ति का चश्मा पहनना पड़ता है। रात में ठीक से नहीं देख पाता। फिर भी उन्होंने इस अद्भुत मिशन को काफी कुशलता से पूरा किया। विशेषज्ञों का मानना है कि अनुप्रास में भविष्य में एक महान साइकिल चालक बनने की क्षमता है।अनुप्रास को साइकिल प्रेमी समूह द्वारा सम्मानित किया गया है।