कोलकाता। इस्कॉन मायापुर का झूलन उत्सव विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से भव्य समारोह में मनाया गया। इस्कॉन के प्रधान कार्यालय श्रीधाम मायापुर में पारंपरिक रीति-रिवाजों और नियमों का पालन करते हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ झूलन उत्सव शुरू हुआ। इस्कॉन मायापुर के जनसंपर्क अधिकारी रसिक गौरांग दास ने बताया कि इस्कॉन मायापुर का झूलन उत्सव इस वर्ष अपने उनतालीसवें (39वें) वर्ष में प्रवेश कर चुका है, जो आगामी 31 अगस्त पूर्णिमा तिथि तक जारी रहेगा और इन दिनों में प्रतिदिन विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि राखी पूर्णिमा के साथ-साथ उस दिन का एक और महत्व है, इसे भगवान बलराम जयंती दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। मूलतः यह उत्सव लोगों के बीच आपसी प्रेम स्थापित करने की प्रतिज्ञा के साथ मनाया जाता है। साथ ही इस झूलन उत्सव के अवसर पर सभी लोग भगवान की कृपा पाने के लिए एकत्रित होते हैं। हर साल झूलन उत्सव के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु नादिया के मायापुर में एकत्र होते हैं।
प्रतिदिन शाम 5:00 बजे से 8:00 बजे तक इस झूलन उत्सव का आयोजन इस्कॉन मायापुर के गो शाला के पास किया जाता है। शाम 5:00 बजे राधा और कृष्ण की मूर्तियों को चंद्रोदय से नाम संकीर्तन के साथ झूलन उत्सव स्थल पर ले जाया जाता है। मंदिर। इस साल भी पर्याप्त सुरक्षा के साथ इस्कॉन मंदिर में झूलन उत्सव की शुभ शुरुआत हो गई है। झूलन यात्रा प्रतिदिन शाम 5 बजे इस्कॉन के चंद्रोदय मंदिर से शुरू होगी।