कोलकाता/नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कश्मीर के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, कश्मीर मुद्दे से निपटने में जवाहरलाल नेहरू की गलती थी। इस बयान के बाद अमित शाह कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि नेहरू अमित शाह की तरह उतने ज्ञानी नहीं थे।
अधीर रंजन ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, कश्मीर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को अच्छे से पढ़ने की जरूरत है। उस समय जो स्थिति थी, सीजफायर करना…ये फौज का फैसला था। हो सकता है कि जवाहरलाल नेहरू अमित शाह की तरह उतने ज्ञानी ना रहे हों लेकिन मुझे अमित शाह से ये कहना है कि सबने गलती की, आप तो सही कर रहे हैं तो आप पीओके कब वापस लाएंगे।
इससे पहले अमित शाह ने सोमवार को देश को आश्वस्त किया कि आतंकवाद से मुक्त नए और विकसित कश्मीर के निर्माण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उचित समय पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, वह अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर बदलाव नहीं देख पा रहा है, जबकि पूरा देश समझ गया है कि कश्मीर मुद्दे से निपटने में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलती थी।
शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता। बता दें कि अमित शाह जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक पर उच्च सदन में हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे।
फारूक अब्दुल्ला ने क्या कहा?
अमित शाह के बयान पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, पता नहीं इन लोगों में नेहरू जी के खिलाफ इतना जहर क्यों है। जब ये आर्टिकल(370) आया था, उस वक्त यहां सरदार पटेल थे, जवाहर लाल नेहरू अमेरिका में थे और जो कैबिनेट की बैठक हुई थी उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे। उस समय इसका फैसला हुआ था… हम चाहते हैं कि चुनाव हो।
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