जामिया : पिछले वर्ष कई विवादों में आया नाम, इस बार स्थापित किए नए कीर्तिमान

नई दिल्ली। पिछले साल कई गैर शैक्षणिक कारणों से विवाद में रहे जामिया विश्वविद्यालय ने इस वर्ष 2021 में नए एकेडमिक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। जामिया की टीम ने टॉयकैथॉन 2021 जीता। यहां छह शोधार्थियों को प्रधान मंत्री रिसर्च फेलोशिप मिली। जामिया के छात्रों को अंतराष्ट्रीय ‘डायना अवार्ड 2021’ और फिल्म मैकिंग के लिए ‘इंटरनेशनल आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड’ मिला है।

सिविल इंजीनियरिंग विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के तीन छात्रों की एक टीम ने इस साल की टॉयकैथॉन-2021 प्रतियोगिता जीती है। यह टॉयकैथॉन शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एक अंतर-मंत्रालयी पहल रही। जामिया के छात्रों ने एक गणितीय बोर्ड खेल बनाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं टॉयकैथॉन-2021 के प्रतिभागियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की थी। टॉयकैथॉन में 1.2 लाख प्रतिभागियों थे। 17000 से अधिक आईडियाज प्रस्तुत किए। ग्रैंड फिनाले के बाद 1567 आईडियाज में से केवल 117 का चयन किया गया।

जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने विजेता टीम को बधाई दी और कहा कि अपनी स्थापना के बाद से विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जामिया हमेशा अपने छात्रों की छिपी प्रतिभा को बाहर लाने का प्रयास करता है, ताकि वे सफल और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।

वहीं जामिया वास्तुकला स्नातक के छात्र कैफ अली को ‘डायना अवार्ड 2021’ से सम्मानित किया गया। ‘डायना प्रिंसेस ऑफ वेल्स की स्मृति में स्थापित, यह पुरस्कार उनके नाम के चैरिटी द्वारा दिया जाता है। इसे उनके दोनों बेटों, द ड्यूक ऑफ कैम्ब्रिज और द ड्यूक ऑफ ससेक्स का समर्थन प्राप्त है।

कैफ ने यह शोध किया कि कैसे वास्तुकला कोविड जैसी बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद कर सकती है। उन्होंने एक पूर्वनिर्मित टिकाऊ आश्रय तैयार किया जो न केवल वायरस के संचरण को कम करने में मदद करेगा, बल्कि भविष्य में दुनिया भर में शरणार्थियों को भी घर दे सकता है।

कैफ ने बताया कि यह डिजाइन अब नाइजीरिया के लागोस में प्रयोग किया जा रहा है। इसे भारत सरकार, राष्ट्रमंडल राष्ट्रों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा जलवायु कार्रवाई को सुलझाने वाले शीर्ष 11 उभरते इनोवेशन स्टार्ट-अप के तहत सराहा गया है।

कला के क्षेत्र में इस वर्ष 15 जून को जामिया के छात्रों ने आर्टहाउस फिल्म फेस्टिवल में छात्र श्रेणी का आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड (एलआईएएफएफ ) जीता है। जामिया के छात्रों ने एक खास फिल्म ‘ढाई पहर’ ( टू एंड हाफ मोमेंट्स) बनाई है।

जामिया के 16 छात्रों ने इसी महीने प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की है। जामिया की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए), में कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 16 छात्रों ने बिहार बिहार प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की है। इनमें 6 लड़कियां भी शामिल हैं। चयनित छात्रों को बिहार में एसडीएम, डीएसपी, राजस्व अधिकारी, वाणिज्यिक कर अधिकारी आदि के रूप में नियुक्त किया जाएगा।

जून में ही जामिया के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ इबादुर रहमान द्वारा एक पर्यावरण अनुकूल सीमेंट का आविष्कार को पेंटेड मिला। प्रोफेसर डॉ इबादुर रहमान ने कहा कि एएमयू के अन्य शोधकतार्ओं के साथ किए इस अविष्कार को ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा बौद्धिक संपदा के रूप में पेटेंट प्रदान किया गया है।

इससे पहले इसी साल मई में जामिया के छह शोधार्थियों को प्रतिष्ठित प्रधान मंत्री रिसर्च फेलोशिप (पीएमआरएफ) से सम्मानित किया गया। इन छात्रों को दिसंबर 2020 ड्राइव की लेटरल एंट्री स्कीम के तहत इस वर्ष मई में चुना गया है।

जिन छात्रों को प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप के लिए चुना गया है उनमें सिविल इंजीनियरिंग विभाग की फोजि़या तबस्सुम, मोमिना, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की अजरा मलिक, नैनोविज्ञान एवं नैनो प्रौद्योगिकी केंद्र से फिरोज खान, मूलविज्ञान की आलिया तैयब और भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास विज्ञान केंद्र से आशी सैफ शामिल हैं।

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