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जलपाईगुड़ी (न्यूज़ एशिया)। अत्याधुनिक तकनीक की मदद से छोटे और मझोले चाय किसान अब टीआईए के सहयोग से मोबाइल नेटवर्क एजेंसी और सॉलिडैरिटी नेटवर्क के माध्यम से अपने घर बैठे अपने चाय के पौधों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
सॉलिडैरिटी नेटवर्क 1969 में स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय नागरिक समाज संगठन है। इसका मुख्य लक्ष्य सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुविधाजनक बनाना है। किसानों के उत्पादन प्राकृतिक तरीके से बढ़ाना है।
जलपाईगुड़ी जिले के छोटे चाय किसानों के निमंत्रण पर संगठन के उच्च पदस्थ अधिकारी जलपाईगुड़ी पहुंचे।
जलपाईगुड़ी शहर के निकट स्थित छोटे चाय बागानों का दौरा करने के अलावा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने देश में एक निजी मोबाइल नेटवर्क कंपनी के सहयोग से चाय बागानों में स्थापित विशेष तकनीक के उपयोग के बारे में जानकारी दी।
इस तकनीक के माध्यम से छोटे चाय किसान अब घर बैठे ही चाय के पौधों के लिए अनुकूल और प्रतिकूल मौसम की स्थिति का पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेंगे।
निरीक्षण दल के एक सदस्य हेसॉक्स फ्लेमिंग वेरबोर्क ने कहा, “हम यहां इसलिए आए हैं क्योंकि यह क्षेत्र दुनिया में सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली चाय का उत्पादन करता है।” इसीलिए मैं सब कुछ अपनी आँखों से देखने आया हूँ।
हमारे संगठन का मुख्य लक्ष्य यह जांच करना है कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखते हुए टिकाऊ उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए।
दूसरी ओर, जलपाईगुड़ी जिले के लघु चाय किसान संगठन के अध्यक्ष विजय गोपाल चक्रवर्ती ने इस संबंध में कहा, “हम 2019 से तीन संगठनों – टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया, प्राइवेट मोबाइल सिस्टम और सॉलिडैरिटी के साथ चाय नीति नामक एक परियोजना पर काम कर रहे हैं।”
परियोजना का मुख्य लक्ष्य, जिसका उद्देश्य रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करना तथा जैविक खाद का उपयोग करके उच्च गुणवत्ता वाली चाय की पत्तियों का उत्पादन करना है।
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