आईटीसी के फबेल एक्सक्विज़िट चॉकलेट्स ने लॉन्च किया ‘फबेल ला टेरे

कोलकाता आईटीसी लि. की फबेल चॉकलेट्स, जो देश में बेमिसाल चॉकलेट अनुभव प्रदान करने के लिए मशहूर है, ने आज अपनी नई पेशकश ‘फबेल ला टेरे’ को लॉन्च किया है। यह 100% अर्थ पॉज़िटिव चॉकलेट की परिकल्पना के अनुकूल तैयार किया गया एक विशेष प्रोडक्ट है, जिसे ब्रांड ने दिवाली से ठीक पहले अपनी तरह के एकमात्र और अनोखे चॉकलेट वेरिएंट के रूप में पेश किया है। एक वर्चुअल इवेंट में लॉन्च की गई ‘फबेल ला टेरे’भरोसेमंद ब्रांड्स से उपभोक्ताओं की लगातार बढ़ती हुई सुरक्षा, स्वच्छता की मांग और वातावरण के लिए एक सकारात्मक प्रभाव को एम्बेड करने में पूरा करेंगी मौजूदा परिस्थितियों के ध्यानपूर्वक आकलन के बाद ही फबेल ला टेरे का निर्माण हुआ है।

दरअसल, महामारी के दौरान लोगों ने यह देखा कि प्रकृति खुद को बेहतर बना रही है और उन्हें पहले से अधिक ताज़ी हवा और ज्यादा साफ आसमान का अनुभव हुआ। इस स्वच्छ वातावरण के अनुभव से एक स्वच्छ एवं हरे-भरे विश्व का महत्व और भी बढ़ गया, और आज की आधुनिक युवा पीढ़ी अब तक ऐसे माहौल से वंचित थी। दुनिया के प्रति इस बदले नज़रिये ने सामूहिक रूप से एक स्थायी भविष्य निर्माण करने हेतु लोगों तथा कंपनियों की इच्छा बढ़ा दी है। इसके लिए कम कार्बन वृद्धि पथ को अपनाने के माध्यम से जलवायु परिवर्तन का सामना किया जा सकता है

स्थानीय रूप से प्राप्त सिर्फ दो सामग्रियों से जिम्मेदारीपूर्वक तैयार की गई यह चॉकलेट एक उत्तम बहु-संवेदी अनुभव का आश्वासन देती है

उपभोक्ताओं के इसी बदलते नज़रिये और एक बेहतर पर्यावरण निर्माण के संकल्प को देखते हुए फबेल ने एक अर्थ पॉज़िटिव चॉकलेट के रूप में उन्हें बिना आत्मग्लानि इस चॉकलेट का उपभोग करने का अवसर प्रदान किया है फबेल ला टेरे प्रकृति से प्रेरित है और हमारी पृथ्वी के लिए एक नई कल्पना पेश करती है। यह चॉकलेट एक प्रालाइन फॉर्मेट में सिर्फ दो प्राकृतिक सामग्रियों – केरल के इडुक्की पर्वतों से लाए गए भारतीय कोको और कर्नाटक से प्राप्त शहद से बनाई गई है।

इस चॉकलेट को 100% भारतीय/सिंगल ओरिजिन चॉकेलट के साथ हाथ से तैयार किया गया है और इसके अंदर 33% शहद भरा गया है। इस चॉकलेट के सरल संकल्पना को फबेल मास्टर चॉकलेटियर्स ने बिना स्वाद और अनुभव के तत पे समझौता किए एक बेहतरीन एहसास प्रदान किया है। भारतीय कोको बीन में एसिडिक नोट्स होते हैं,जो खाने के बाद अंत में एक कड़वा स्वाद छोड़ते हैं और इसलिए इस प्रोडक्ट में कर्नाटक के शहद का बेहतरीन मेल बनाया गया है। शहद का खुशनुमा फूलों जैसा स्वाद इसमें दोनों सामग्रियों का प्राकृतिक एवं संतुलित एहसास लेकर आता है।

फबेल ला टेरे प्रालाइन की बाहरी बनावट में धरती के तत्वों की झलक नज़र आती है। इसका बाहरी ढांचा 100% डार्क चॉकलेट से बना है, जो धरती की सतह जैसादिखता है औरइसके अंदर कोको एवं शहद का मिश्रण मौजूद है, जो कि हमारी धरती पर करीब तीन चौथाई हिस्से में मौजूद अथाह जल भंडार को दर्शाता है। चूंकि शहद में यह खासियत होती कि यह कम तापमान या फिर रेफ्रिजरेटर में भी तरल बना रहता है, इसलिए यह इस चॉकलेट के कॉन्सेप्ट के अनुकूल एक उपयुक्त सामग्री बनता है।

इस प्रोडक्ट की निर्माण प्रक्रिया के दौरान फबेल ने कार्बन पदचिन्हों को घटाने के प्रयास किये हैं। इसके लिए ना सिर्फ स्थानीय रूप से सामग्रियां प्राप्त की जाती हैं, बल्कि मैन्युफैक्चरिंग एवं लॉजिस्टिक्स गतिविधियों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन की भरपाई भी की जाती है। इसे बनाने की प्रक्रिया मेंयह ध्यान दिया जाता है कि विभिन्न गतिविधियों में होने वाले कुल परिवहन को घटाया जाए, चॉकलेट प्रोसेसिंग/मैन्युफैक्चरिंग तकनीक को कम से कम या पूरी तरह समाप्त किया जाए, और इसके लिए पैकेजिंग सामग्री कंपनी के बड़े वनरोपण कार्यक्रम से प्राप्त की जाए। यह कार्यक्रम धरती के लिए हरियाली निर्माण करने और कार्बन उत्सर्जन रोकने में मदद करता है।

यह चॉकलेट पर्याववरण पर एक सकारात्मक प्रभाव निर्माण करने और बेहतरीन स्वाद देने के साथ ही ग्लूटेन मुक्त, बादाम मुक्त, लैक्टोस मुक्त है और इसमें कोई भी कृत्रिम तत्व, प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह पूर्ण रूप से एक शाकाहारी प्रोडक्ट है।

इसके लॉन्च पर बोलते हुए श्री अनुज रुस्तगी, सीओओ – चॉकलेट, कॉफी, कन्फेक्शनली एंड न्यू कैटेगरी डेवलपमेंट – फूड्स, आईटीसी लि, ने कहा, एक बेमिसाल और अपनी तरह का एकमात्र चॉकलेट अनुभव प्रदान करना फबेल के मूल सिद्धांतों का बड़ा हिस्सा रहा है। वर्तमान हालातों ने हम सभी को पर्यावरण की सुरक्षा करने और अपनी सोच एवं कार्यों को स्थायित्व पर केंद्रित रखने की गंभीर ज़रूरत के प्रति सतर्क एवं जागरूक बना दिया है।फबेल अर्थ‘ की पेशकश हमारी धरती को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया पहला कदम है। इसके साथ ही हम उपभोक्ताओं से भी इस पहल में हमारा साथ देने की उम्मीद करते हैं।

इस प्रोडक्ट के बारे में अधिक जानकारी देते हुए श्री महेंद्र बर्वे, जनरल मैनेजर, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, फ़ूड्स डिवीज़न, आईटीसी लि. ने कहा, फबेल अर्थ में शामिल सिर्फ दो सामग्रियों के मिश्रण, उनके स्रोत और बनाने की कलाही इसकी खासियत है। यह प्रोडक्ट फबेल की विशेषज्ञता की पुष्टि करता है क्योंकि यह सफलतापूर्वक उत्कृष्ट चॉकलेट अनुभव प्रदान करता है और पूरी चॉकलेट इंडस्ट्री के लिए एक सकारात्मक भविष्य की राह भी दिखाता है। हमें गर्व है कि हम एक और अनोखा अनुभव पेश करने में सफल रहे हैं, जो एक चॉकलेट के स्वरूप में हमारी धरती की एक नई परिकल्पना दिखाता है और यह अर्थ पॉज़िटिव भी है।

फबेल ला टेरे की पेशकश पर्यावरण स्थायित्व एवं संरक्षण हेतु आईटीसी लि. की प्रतिबद्धता के अनुकूल है। यह भी गर्व की बात है कि आईटीसी ने कार्बन पॉज़िटिव (लगातार 15 वर्षों तक), वाटर पॉज़िटिव (लगातार 18 वर्षों तक) और सॉलिड वेस्ट रिसाइकलिंग पॉज़िटिव (पिछले 13 वर्षों से) होने के मामले में पूरे विश्व में विशिष्ट स्थान हासिल किया है। 10 फबेल ला टेरे प्रालाइन्स के एक बॉक्स की कीमत रु. 1500 होगी और शुरुआत में इसे ऑर्डर के हिसाब से बनाकर दिया जाएगा और यह सेवा टॉप 6 मेट्रो शहरों में उपलब्ध होगी।

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